नई दिल्ली. देश में प्रॉपर्टी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. आए दिन ऐसी रिपोर्ट्स आती हैं कि फलां हाउसिंग प्रोजेक्ट ओपन होते ही बिक गया. किसी बिल्डर या डेवलपर के पास जाओ तो जवाब मिलता है कि इस हमारे प्रोजेक्ट में यूनिट नहीं बची है. ये सब दावे हैं लेकिन हकीकत कुछ और है. ऐसा नहीं है कि देश में मकान धड़ाधड़ बिक रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के टॉप 8 शहरों में मकानों की बिक्री में अप्रैल-जून में पिछली तिमाही की तुलना में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है. रेसिडेंशियल ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर ने हाउसिंग डिमांड और सप्लाई के तिमाही आंकड़े जारी किए. प्रॉपटाइगर आरईए इंडिया का हिस्सा है.
इन आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून की अवधि में आवासीय बिक्री छह प्रतिशत घटकर 1,13,768 इकाई रह गई, जबकि इससे पहले जनवरी-मार्च तिमाही में यह 120,642 इकाई थी. हालांकि, अप्रैल-जून में आवासीय बिक्री 42 प्रतिशत बढ़ी, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 80,245 इकाईयां बिकी थीं.
चुनाव की वजह से घटी बिक्री
आरईए इंडिया के समूह समूह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) विकास वधावन ने कहा, ‘‘ आम चुनाव के कारण अप्रैल-जून में मकानों की मांग में कमी आई, हालांकि मजबूत बुनियादी बातों के कारण रियल एस्टेट निवेश के प्रति उपभोक्ता भावना बेहद सकारात्मक बनी हुई है.’’
वधावन ने कहा, ‘‘ केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद निवेश-समर्थक केंद्रीय बजट की उम्मीदों के बीच हमारे पास यह मानने की वजह है कि आगामी तिमाहियों में खासकर त्योहारी महीनों में बिक्री में मजबूती आएगी.’’
रिपोर्ट में शामिल आवासीय बाजार अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद तथा फरीदाबाद), मुंबई महानगर क्षेत्र (मुंबई, नवी मुंबई तथा ठाणे) और पुणे हैं. इन शहरों में मकानों की बिक्री घटी है.
(भाषा से इनपुट के साथ)
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FIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 12:49 IST