नई दिल्ली. भारत में मॉल का कल्चर लगातार बढ़ता जा रहा है. शॉपिंग मॉल्स अब केवल खरीदारी के स्थान नहीं रह गए हैं, बल्कि ये अब मनोरंजन, खानपान और सोशल हब बन गए हैं. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी एजेंसी कुशमैन एंड वेकफील्ड द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि हाई स्ट्रीट शॉपिंग मॉल्स की तुलना में ग्रेड-ए मॉल्स बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. 2027 तक भारत को 55 मिलियन वर्ग फीट अतिरिक्त ग्रेड-ए मॉल्स की आवश्यकता होगी, ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके.
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारत के आठ प्रमुख शहरों—दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद—में ग्रेड-ए मॉल्स और हाई स्ट्रीट रिटेल स्पेस का लीज़ 5.53 मिलियन वर्ग फीट तक पहुँच चुका है. पिछले साल यह आंकड़ा 5.29 मिलियन वर्ग फीट था. इस अवधि में उच्च गुणवत्ता वाले रिटेल स्पेस की मांग में 5% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
मेट्रो और टियर-2 शहरों में बढ़ती मांग
रीच ग्रुप के डायरेक्टर, हरप्रीत सिंह होरा के अनुसार, यह रुझान दर्शाता है कि भारत जल्द ही वैश्विक ब्रांड्स के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन जाएगा, जिससे रिटेल रियल एस्टेट में नए अवसर खुलेंगे. बढ़ते विदेशी निवेश और उपभोक्ताओं की बढ़ती ब्रांड-अवेयरनेस के चलते नई रिटेल परियोजनाएं, हाई-स्ट्रीट मार्केट्स और प्रीमियम शॉपिंग स्पेस में विकास होगा. इससे न केवल उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि डेवलपर्स और निवेशकों के लिए भी नए अवसर पैदा होंगे, जिससे भारत का रिटेल सेक्टर वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति में पहुंचेगा.
कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उपभोक्ता अब ऐसे स्थानों को प्राथमिकता दे रहे हैं, जहां पहुंचना आसान हो और दुकानों का स्थान स्पष्ट रूप से दिखे. अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स की बढ़ती उपस्थिति ने इस मांग को और बढ़ावा दिया है. 2024 में विदेशी रिटेलर्स की संख्या 12 से बढ़कर 25 हो गई है, जो इस क्षेत्र में विदेशियों की रुचि को दर्शाता है.
दिल्ली-एनसीआर में तेजी से बढ़ रहा रिटेल रियल एस्टेट
ओमैक्स ग्रुप के एमडी मोहित गोयल का कहना है, रिटेल रियल एस्टेट बाजार में बड़ा बदलाव आ रहा है. दिल्ली-एनसीआर इसमें सबसे आगे है. फरीदाबाद में ज़मीन के दाम 20% बढ़े हैं, जो यहां रियल एस्टेट की बढ़ती मांग को दिखाता है. इसके अलावा, न्यू चंडीगढ़ और इंदौर जैसे शहर भी तेजी से विकसित हो रहे हैं.
ग्रुप 108 के एमडी डॉ. अमीश भूटानी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का रियल एस्टेट बाजार तेजी से बदल रहा है, खासकर रिटेल स्पेस की बढ़ती मांग के कारण. यह क्षेत्र अब एक बड़ा व्यावसायिक केंद्र बनता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे क्षेत्रों में बेहतरीन कनेक्टिविटी और मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर ने इन्हें और आकर्षक बना दिया है.
उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार से बाजार में बड़ा बदलाव
नोएडा स्थित स्पेक्ट्रम मेट्रो मॉल के वाइस प्रेजीडेंट, सेल्स और मार्केटिंग, अजेंद्र सिंह ने बताया कि इस विकास का प्रमुख कारण उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार हैं. शहरी लोग अब ज्यादा खर्च कर रहे हैं, खासकर शॉपिंग और मनोरंजन जैसी चीजों पर. इस बदलाव के कारण प्रीमियम रिटेल स्पेस की मांग बढ़ी है.
भारत में रिटेल रियल एस्टेट का विकास अब मेट्रो शहरों से बाहर के टियर-2 शहरों में भी देखा जा रहा है. बदलते उपभोक्ता व्यवहार, मजबूत बुनियादी ढांचा और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स की बढ़ती उपस्थिति से यह क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है. भविष्य में इस क्षेत्र में और तेजी से वृद्धि होने की संभावना है.
Tags: Property, Real estate
FIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 18:47 IST