जेपी इंफ्राटेक में बुरे फंसे घर खरीदार, बकाया रकम पर भारी ब्याज वसूल रही कंपनी

हाइलाइट्स

जेपी इंफ्राटेक के प्रोजेक्ट्स को टेकओवर करने वाली रियल एस्टेट कंपनी ने ब्याज मांगा है.बकाया रकम पर होम बायर्स से तगड़ा 81 लाख रुपये तक ब्याज मांगा है.जेपी इंफ्राटेक के 16 प्रोजेक्ट्स में करीब 22000 घर खरीदार फंसे हुए हैं.

नई दिल्ली. नोएडा में कई साल जेपी इंफ्राटेक के प्रोजेक्ट्स में घर मिलने का इंतजार कर रहे खरीदारों को एक बड़ा झटका लगा है. जेपी इंफ्राटेक के प्रोजेक्ट्स को टेकओवर करने वाली रियल एस्टेट कंपनी ने होम बायर्स से तगड़ा ब्याज मांगा है. दरअसल यह कंपनी ऐसे घर खरीदारों से इंटरेस्ट वसूलने की तैयारी कर रही है जिन्होंने प्रोजेक्ट्स में निर्माण कार्य बंद होने पर बिल्डर का पेमेंट बीच में रोक दिया था. हैरानी की बात यह है कि ब्याज की यह रकम इतनी ज्यादा है कि कुछ लोगों को फ्लैट की कीमत बुकिंग अमाउंट से करीब दोगुनी पड़ेगी.

जेपी इंफ्राटेक में घर बुक कराने वाले 400 लोगों ने नई कंपनी से अपना बकाया स्टेटमेंट मांगा है, जिस पर कंपनी 7 से 10 साल का ब्याज लगाकर स्टेटमेंट थमाया है. लेकिन, बकाये पर ब्याज की रकम को देखकर लोगों के होश उड़ गए.

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एक बायर पर 81 लाख रुपये तक का ब्याज

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने जो बकाया स्टेटमेंट दिया है उसमें किसी बायर्स पर ब्याज के तौर पर 40 लाख रुपये का चार्ज लगा है तो किसी को 81 लाख रुपये ब्याज की देनदारी है. इस कैटेगरी में करीब 4000 फ्लैट खरीदार हैं और इनमें से करीब 600 करोड़ रुपये केवल ब्याज के चार्ज के तौर पर लिए जाने की तैयारी है.

जेपी इंफ्राटेक के 16 प्रोजेक्ट्स में करीब 22000 घर खरीदार फंसे हुए हैं. कंपनी ने 2014 में फ्लैट्स का निर्माण कार्य बंद कर दिया था. वहीं, 2017 में जेपी इंफ्राटेक दिवालिया प्रक्रिया में चली गई थी. इन प्रोजेक्ट्स का अधिग्रहण करने के बाद अब सुरक्षा कंपनी प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन RERA में नए सिरे से करा रही है.

Tags: Business news, Own flat, Property dispute

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