वंदे भारत, राजधानी, शताब्दी नहीं हैं देश की सबसे प्रीमियम ट्रेनें, इस गाड़ी का भौकाल सबसे खास, किराया डेढ़ गुना अधिक

इस वक्त देश में वंदेभारत ट्रेन की धूम है. भारतीय रेलवे की यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है. वंदे भारत देश की टॉप प्रीमियम ट्रेन है. इसके अलावा देश में राजधानी और शताब्दी ट्रेनों की गिनती प्रीमियम गाड़ियों में की जाती है. 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी की सरकार ने वंदेभारत प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था. 2019 में पहली वंदेभारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के लिए चली थी. इस वक्त देश में 61 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. स्पीड और किराया दोनों के मामले में वंदे भारत ट्रेनें राजधानी और शताब्दी से बीस हैं.

लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी ट्रेन के बारे में बता रहे हैं जिसका भौकाल ही कुछ अलग है. इस ट्रेन का किराया वंदे भारत के किराये से 10-20 रुपये अधिक नहीं बल्कि पूरे डेढ़ गुना अधिक है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस की. इस ट्रेन का नंबर 28502 है. इसमें चेयर कार और एग्जीक्यूटिव कार दो श्रेणियां हैं. यह मात्र 6:35 घंटे में दिल्ली से लखनऊ का सफर पूरा कराती है. वहीं वंदेभारत इस सफर को पूरा करने में इससे 20 मिनट कम समय लेती है. वह मात्र 6:15 घंटे में दिल्ली से दिल्ली पहुंचती है.

अब आते हैं किराये पर
वंदेभारत ट्रेन में भी सीसी और ईसी श्रेणियां हैं. इस ट्रेन में सीसी श्रेणी का किराया 1245 रुपये है. ईसी श्रेणी का किराया 2400 रुपये है. अब आते हैं आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस पर. यह ट्रेन वैसे तो वंदेभारत से थोड़ा ज्यादा समय लेती है लेकिन इसका किराया वंदे भारत से अधिक है. इसमें दिल्ली से लखनऊ का सीसी श्रेणी का किराया 1470 रुपये है. इसमें ईसी श्रेणी का किराया 2594 रुपये है. यानी इस ट्रेन की दोनों श्रेणियों में वंदेभारत की तुलना में करीब 200 रुपये अधिक किराया लगता है.

बात शताब्दी की
शताब्दी एक्सप्रेस भी वंदेभारत और तेजस जैसी ही ट्रेन है. यह ट्रेन भी दिल्ली से लखनऊ का सफर मात्र 6:45 मिनट में तय कराती है. यानी वंदेभारत से यह करीब 30 मिनट अधिक समय लेती है. ये भी भारतीय रेलवे की प्रीमियम ट्रेन है. इसमें सीसी श्रेणी का किराया 1240 रुपये और ईसी का किराया 1945 रुपये है. यानी शताब्दी और तेजस के ईसी श्रेणी में समान दूरी के किराये में 600 रुपये से अधिक का अंतर है.

किराये में अंतर क्यों
दरअसल, आईआरसीटीसी तेजस एक प्राइवेट ट्रेन है. इसका संचालन आईआरसीटीसी करती है. इस पर भारतीय रेलवे का फेयर रूल लागू नहीं होता है. इसका दिल्ली से लखनऊ का बेस फेयर 1400 रुपये है. इसके अलावा इसमें डायनेमिक चार्ज जुड़ा जाता है. टिकट की डिमांड बढ़ने के साथ किराया बढ़ने लगता है. उदाहरण के लिए 31 अक्टूबर को दिवाली से पहले इस ट्रेन में टिकट की मांग बढ़ गई. इस कारण किराया भी बढ़ गया.

आईआरसीटी की वेबसाइट के मुताबिक 30 अक्टूबर को इस ट्रेन में सीसी श्रेणी का किराया बढ़कर 2205 रुपये है. यानी वंदेभारत ट्रेन की तुलना में करीब-करीब 1000 हजार रुपये अधिक. इस 2205 रुपये में टिकट का फेयर 1400 रुपये, डायनेमिक चार्ज 700 रुपये और जीएसटी 105 रुपये है. प्रीमियम की बात छोड़ भी दें तो बेस फेयर के मामले भी में यह काफी महंगा है. वंदे भारत में दिल्ली से लखनऊ का बेस फेयर 965 रुपये है. इसके साथ 40 रुपये रिजर्वेशन, 45 रुपये सुपरफास्ट, 53 रुपये जीएसटी और 142 रुपये कैटरीन चार्ज भी जुड़ता है. बेस फेयर के मामले में भी तेजस वंदे भारत की तुलना में करीब डेढ़ गुना अधिक महंगी है.

Tags: Indian railway, Vande bharat

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