नई दिल्ली. मुंबई-अहमदाबाद के बीच दौड़ने वाली बुलेट ट्रेन 320 किमी. प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी, लेकिन आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगेगी. इस तरह वे डिस्टर्ब नहीं होंगे. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन वायाडक्ट पर खास तकनीक वाले नॉइज़ बैरियर्स लगा रहा है. गौरतलब है कि 2026 में बुलेट ट्रेन को चलाने की तैयारी है.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लम्बी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है. बुलेट ट्रेन के शोर से आसपास के लोग डिस्टर्ब न हों. इसके लिए अब तक 87.5 किलोमीटर में नॉइज़ बैरियर्स लगाए जा चुके हैं. गुजरात में 1,75,000 से अधिक नॉइज़ बैरियर्स लगाए जा चुके हैं. एक किलोमीटर की दूरी में वायाडक्ट के दोनों ओर 2000 नॉइज़ बैरियर्स लगाए गए हैं.
कैसे होते हैं नॉइज़ बैरियर्स
नॉइज़ बैरियर्स 2 मीटर ऊंचे और 1 मीटर चौड़े कंक्रीट पैनल होते हैं. प्रत्येक नॉइज़ बैरियर का वजन लगभग 830-840 किग्रा. होता है. ट्रेन चलने पर पहियों और ट्रैक से तेज आवाज होती है. ये बैरियर इसे रोकने में मदद करेंगे. नॉइज़ बैरियर्स के निर्माण के लिए सूरत, आणंद और अहमदाबाद में फैक्ट्री लगाई गयी हैं.
यात्री बाहर का दृश्य भी देख पाएंगे
इन्हें इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये ट्रेन में सफर के दौरान आनंद ले रहे यात्रियों को बाहर का दृश्य देखने में बाधा न पहुंचे. आवासीय और शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले वायाडक्ट में 3 मीटर की ऊंची वाले नॉइज़ बैरियर्स लगाए जाएंगे. 2 मीटर कंक्रीट पैनल के अलावा, अतिरिक्त 1 मीटर के नॉइज़ बैरियर्स पारदर्शी होंगे.
बुलेट ट्रेन पर एक नजर
हाई स्पीड रेल लाइन में 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. बुलेट ट्रेन की स्पीड 320 किमी प्रति घंटे की होगी और इसका डिजाइन 350 किमी प्रति घंटे के अनुसार होगी. मुंबई से अहमदाबाद दो घंटे में बुलेट ट्रेन पहुंचेगी
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FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 17:05 IST