20 कोच, केसरिया रंग और 130 KMPH स्‍पीड, पटरी पर आ गई रफ्तार की रानी

हाइलाइट्स

नई वंदे भारत ट्रेन में 20 कोच लगे हुए हैं. अभी चल रही ट्रेनों में 16 कोच हैं. इसे 130 किमी की गति से चलाया गया.

नई दिल्‍ली. वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन यात्रियों को खू भा रही है. स्‍पीड और सुविधाओं में अन्‍य ट्रेनों भारी पड़ने वाली यह सेमी-हाई स्‍पीड गाड़ी अब तक औसतन 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती है और इसमें 8 या 16 कोच लगे होते हैं. लेकिन, अब एक नए रंग-रूप, स्‍पीड और ज्‍यादा यात्रियों को ले जाने में सक्षम वंदे भारत ट्रेन भी पटरियों पर आ गई है. नई वंदे भारत एक्‍सप्रेस की गति 130 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यह सफेद की जगह केसरिया रंग की है और इसमें कोच भी 20 लगे हुए हैं. नई ट्रेन का ट्रायल रन अहमदाबाद-मुंबई के बीच शुक्रवार को हुआ. इस रूट पर अभी दो वंदे भारत चल रही हैं. नई वंदे भारत भी इस रूट पर जल्‍द ही दौड़ती नजर आएगी.

नई वंदे भारत एक्‍सप्रेस सुबह 7 बजे अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई. 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से यह जहां से भी निकली, लोग इसकी स्‍पीड को देखकर हैरान रह गए. अभी तक इस रूट पर चलने वाली दो वंदे भारत ट्रेन की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है. नई ट्रेन ने सवा 5 घंटे में अहमदाबाद-मुंबई का सफर तय कर लिया.

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खचाखच भरी रहती है वंदे भारत ट्रेनें
अहमदाबाद-मुंबई रूट पर चल रही दोनों ही वंदे भारत ट्रेनों को यात्रियों का अच्‍छा रिस्‍पॉन्‍स मिल रहा है. 100 फीसदी ऑक्‍यूपेंसी रेट देखते हुए रेलवे ने अब इस रूट पर एक और वंदे भारत चलाने का फैसला किया है. फिलहाल चल रही वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेनों में 16-16 कोच लगे हैं. नई वंदे भारत में 20 कोच होंगे. उल्लेखनीय है, गुजरात में 30 सितम्बर, 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर से मुंबई के बीच पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना कराई थी. इसके बाद यह 1 अक्टूबर, 2022 से शुरू हुई.

ट्रायल रन के लिए किए गए थे खास इंतजाम
ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया. पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों ने ट्रायल का निरीक्षण किया. रेल मंत्रालय के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) ने अहमदाबाद-वडोदरा-सूरत-मुंबई सेंट्रल के बीच 9 अगस्त को ट्रायल करने की मंजूरी दी थी. इस बारे में पश्चिम रेल जोन के महाप्रबंधक कार्यालय को 3 अगस्त को ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए थे. ट्रायल के दौरान सभी एलसी गेट और अतिक्रमण वाले और टूटे-गायब बैरिकेडिंग स्थलों पर आरपीएफ के जवान तैनात रहे. अहमदाबाद और मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर कोच की सुरक्षा के लिए भी आरपीएफ जवान तैनात रहे.

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