नई दिल्ली. आम बजट से 3 दिन पहले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक समिट में देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय संस्थाओं की आर्थिक स्थिरता को लेकर अहम बातें कीं. मुंबई में आयोजित एफई मॉडर्न बीएफएसआई शिखर सम्मेलन में शक्तिकांत दास ने कहा कि लगातार नए-नए बदलाव के साथ भारत एक बेहतर आर्थिक दौर से गुजर रहा है. आरबीआई फाइनेंशियल सेक्टर को और बेहतर बनाने के लिए नए इनोवेशन को बढ़ावा दे रही है.
उन्होंने कहा कि देश आर्थिक वृद्धि दर बेहतर रहने से, हम और अच्छे तथा स्पष्ट तरीके से महंगाई पर ध्यान दे पा रहे हैं. सरकार और वित्तीय प्राधिकरणों के बीच बेहतर समन्वय व सहयोग से कोविड महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हुआ. आरबीआई गवर्नर ने महंगाई, अनसिक्योर्ड लोन और बैंक की धोखाधड़ी को रोकने के लिए किए जा रहे है उपायों के बारे में भी बताया.
कंट्रोल में होगी महंगाई
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई आशावादी है कि वित्त वर्ष 2025 के लिए 7.2 प्रतिशत की वृद्धि का उसका अनुमान पूरा हो जाएगा. साथ ही, महंगाई 4 फीसदी के प्राइस बैंड में आ जाएगी. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कुछ बैंकों ने अधिक कर्ज देने के बावजूद असुरक्षित माने जाने वाले लोन को लेकर उच्च सीमा तय कर रखी हैं.
और पारदर्शी सिस्टम बनाने की जरूरत
वहीं, आरबीआई अवैध तरीके से राशि प्राप्त करने और भेजने के लिए उपयोग किये जाने वाले खातों तथा डिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए बैंकों और जांच एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि अनुचित गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए बैंकों को ग्राहकों को जोड़ने, लेन-देन निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है.
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FIRST PUBLISHED : July 19, 2024, 12:49 IST