बेटी के लिए बनाना है बड़ा फंड, कहां करें निवेश की पैसा बढ़े भी और सेफ भी रहे

हाइलाइट्स

सुकन्या समृद्धि योजना एक सरकारी जो गारंटीड रिटर्न के साथ कर छूट भी प्रदान करती है. बच्चों के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए NPS वात्सल्य योजना लॉन्‍च की गई है. बच्‍ची के भविष्‍य के लिए किसी म्‍यूचुअल फंड में भी पैसे लगाए जा सकते हैं.

नई दिल्ली. बाजार में आज बच्‍चों के भविष्‍य के लिए फंड जमा करने के लिए कई निवेश विकल्‍प मौजूद हैं. खासकर, अगर आप अपनी बेटी के भविष्‍य को सुरक्षित करने के लिए पैसा जमा करना चाहते हैं तो आपके पास सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली वात्सल्य (NPS वात्सल्य) और म्यूचुअल फंड्स जैसे मुख्‍य विकल्‍प हैं. इनमें से हर एक की अपनी खासियत और खामियां है. यही वजह है कि हर बेटी के भविष्‍य के लिए फंड बनाने को किस स्‍कीम में निवेश करें, इसका निर्णय करने में हर कोई उलझन में पड़ जाता है.

सुकन्या समृद्धि योजना एक सरकारी जो गारंटीड रिटर्न के साथ कर छूट भी प्रदान करती है. इसकी ब्‍याज दर भी शानदार है. NPS वात्सल्य योजना को हाल ही में लॉन्‍च किया गया है. इसका उद्देश्य बच्चों के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना है। इसमें 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए खाता खोला जा सकता है. बच्‍ची के भविष्‍य के लिए किसी म्‍यूचुअल फंड में भी पैसे लगाए जा सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड से ज्‍यादा रिटर्न मिलने की संभावना के साथ ही नुकसान होने की आशंका भी ज्‍यादा होती है. इन तीनों निवेश विकल्‍पों में से किसी एक को चुनने से पहले तीनों के बारे में विस्‍तार से जान लेना जरूरी है.

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सुकन्‍या समृद्धि योजना
कोई भी भारतीय नागरिक अपने बेटी के नाम पर सुकन्‍या समृद्धि योजना खाता खुलवा सकता है. इस योजना की पात्रता के लिए बेटी की उम्र 0 से 10 साल के बीच होनी चाहिए. इसमें 8.2 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाता है. इसमें सालाना ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष की जमा राशि की जा सकती है. कुल 15 साल तक निवेश कर सकते हैं, उसके बाद 21 साल पूरे होते ही मैच्‍योरिटी पर पूरा अमाउंट दिया जाएगा. सुकन्‍या समृद्धि योजना में किए निवेश, ब्‍याज और मूल राशि पर टैक्‍स छूट मिलती है.

NPS वात्सल्य
एनपीएस वात्‍सल्‍य योजना को हाल ही में शुरू किया गया था. इसमें न्यूनतम वार्षिक योगदान ₹1,000 है और जमा की कोई ऊपरी सीमा नहीं है. बच्चे के 18 वर्ष का होते ही यह खाता नियमित NPS टियर-I खाते में परिवर्तित हो जाता है, जिसे बच्चा स्वतंत्र रूप से इसका प्रबंध कर सकता है. एनपीएस वात्सल्य योजना में 18 वर्ष से कम आयु के बच्‍चे का खाता माता-पिता खुलवा सकते हैं.

वात्सल्य अकाउंट खोलने के लिए आपको न्यूनतम ₹1,000 की राशि शुरू में जमा करनी होगी और उसके बाद हर साल ₹1,000 का योगदान करना होगा. एनपीएस ने इक्विटी में 14%, कॉर्पोरेट बॉन्ड में 9.1%, और सरकारी प्रतिभूतियों में 8.8% का रिटर्न दिया है. यदि माता-पिता 18 वर्षों तक हर साल ₹10,000 का योगदान करते हैं, तो इस अवधि के अंत में 10% की अनुमानित दर पर यह निवेश लगभग ₹5 लाख का कोष बन जाएगा.

म्‍यूचुअल फंड
आप अपनी बेटी के भविष्‍य के लिए म्यूचुअल फंड्स में भी पैसा लगा सकते हैं. अन्‍य विकल्पों की तुलना में म्‍यूचुअल फंड अधिक लचीलापन तो प्रदान करता है, हालांकि, इसमें बाजार जोखिम भी शामिल होता है. म्‍यूचुअल फंड सुकन्‍या समृद्धि योजना और एनपीएस वात्‍सल्‍य योजना से ज्‍यादा रिटर्न देने की क्षमता है.

किसमें लगाएं पैसा
विशेषज्ञों के अनुसार, सबसे अच्छा विकल्प आपकी वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और आपकी बेटी की उम्र पर निर्भर करता है. जबकि SSY कर मुक्त गारंटीड रिटर्न प्रदान करता है, NPS वात्सल्य लंबी अवधि के लिए मिश्रित रिटर्न और सुरक्षा देता है. म्यूचुअल फंड्स लचीलापन और संभावित उच्च रिटर्न के साथ आते हैं, लेकिन इनमें बाजार जोखिम भी होता है. ऐसे में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने से निवेशक अपनी बेटी के भविष्य के लिए बेहतर वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं.

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