सेंसेक्स और निफ्टी ऑल टाइम हाई बना फिसले. सेंसेक्स में आज 800 अंकों तक की आई गिरावट. निफ्टी 50 भी न बच सका मंदी की चपेट में आने से.
नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार में आज खूब उतार-चढाव हुआ. पहले बाजार ने ऑल टाइम हाई बनाया और फिर इसमें जोरदार गिरावट आई. इंट्राडे में बीएसई सेंसेक्स 800 अंकों तक गिर गया. निफ्टी में भी 200 अंकों से ज्यादा गिरावट आई. समाचार लिखे जाने तक बीएसई सेंसेक्स 648 अंक टूटकर 79,702.73 पर कारोबार कर रहा था. इसी तरह निफ्टी 50 175 अंकों की गिरावट के साथ 24,258.00 पर कारोबार कर रहा था. कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने पहले पना ऑल टाइम हाई लेवल 80,481.36 और निफ्टी ने 24,461.05 को छुआ. फिर तेज बिकवाली के कारण सेंसेक्स 79,435.76 तो निफ्टी 24,141.80 तक फिसल गया.
बाजार जानकार आज बाजार में आई तेज गिरावट के पीछे प्रॉफिट बुकिंग, हाई वैल्यूएशन, अमेरिका में ब्याज दरों में कमी न होने की संभावना, चार्ट पर बाजार के ओवरबॉट जोन में पहुंचने और निवेशकों द्वारा कपंनियों के नतीजों को देखकर ही बाजार में पैसा लगाने की प्रवृति को जिम्मेदार मान रहे हैं. सभी सेक्टर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. ऑटो, मीडिया, पीएसयू बैंक, रियल एस्टेट और तेल एवं गैस सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी जा रही है.
30 में से 29 शेयरों में गिरावट
आज बीएसई सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से केवल मारुति सुजुकी का शेयर ही दोपहर बाद दो बजे हरे निशान में कारोबार कर रहा था. बाकि 29 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. आज बीएसई सेंसेक्स में शामिल महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस, टाटा इस्पात, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक और विप्रो शेयर में ज्यादा गिरावट आई है.
क्यों आई गिरावट?
ऑल टाइम हाई से अचानक बाजार के गिरने के पीछे पीछे प्रॉफिट बुकिंग, हाई वैल्यूएशन, अमेरिका में ब्याज दरों में कमी न होने की संभावना, चार्ट पर बाजार के ओवरबॉट जोन में पहुंचने और निवेशकों द्वारा कपंनियों के नतीजों को देखकर ही बाजार में पैसा लगाने की प्रवृति का हाथ है.
प्रॉफिट बुकिंग
निफ्टी साल 2024 में अब तक 12 फीसदी रिटर्न दे चुका है. स्मॉल और मिडकैप स्टॉक्स ने तो इससे भी ज्यादा रिटर्न दिया है. इस तेजी के बाद बहुत से निवेशक कुछ लाभ कमाने के अवसरों की तलाश में थे और आज उन्होंने प्रॉफिट बुकिंग की है. इस वजह से बाजार औंधे मुंह गिरा.
उच्च मूल्यांकन
सेंसेक्स के 80,000 पर पहुंचने के बाद बहुत से लोग मान रहे हैं कि अब भारतीय शेयर बाजार ओवरवैल्यूड हो गया है. कई शेयर ऊंचे मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं. दलाल स्ट्रीट के दिग्गज इस तेजी को बुलबुला तो नहीं मान रहे, लेकिन उनको लगता है अब ‘झाग’ जरूर चढ गया है. इस धारणा ने भी बाजार में अचानक बिकवाली तेज होने में योगदान दिया है.
पहली तिमाही के नतीजों का इंतजार
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजों का इंतजार भी निवेशक कर रहे हैं. कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज का मानना है कि निफ्टी 50 इंडेक्स की नेट इनकम पहली तिमाही में सालाना आधार पर स्थिर और तिमाही आधार पर 17 फीसदी तक गिर सकती है.
ब्याज दरों पर अनिश्चितता
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के ब्याज दरों में कटौती को लेकर दिए गए बयान ने भी बाजार में बिकवाली बढाई. जेरोम पॉवले ने कल रात को ही कहा था कि ब्याज दरों में कटौती करना तक उचित नहीं है जब तक कि इस बात का भरोसा न हो जाए कि मुद्रास्फीति 2% की ओर स्थायी रूप से बढ़ रही है.
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FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 14:35 IST