नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों IPO के जरिए फंड जुटाने की होड़ मची हुई है. सोमवार को 13 कंपनियों ने बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के सामने IPO के लिए अपने दस्तावेज जमा किए. अगर सेबी इन आवेदनों को मंजूरी दे देती है, तो ये कंपनियां करीब 8,000 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब हो सकती हैं.
ये कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हैं, जिनमें से कई नए शेयर जारी करने के साथ-साथ अपने मौजूदा शेयरों की बिक्री (OFS) का भी प्रस्ताव लेकर आ रही हैं. इनमें प्रमुख कंपनियां जैसे विक्रम सोलर, आदित्य इंफोटेक और वरिंदरा कंस्ट्रक्शन शामिल हैं. इसके अलावा अजाक्स इंजीनियरिंग, राही इंफ्राटेक, विक्रान इंजीनियरिंग, मिडवेस्ट, विनी कॉरपोरेशन, सम्भव स्टील ट्यूब्स, जारो इंस्टिट्यूट, ऑल टाइम प्लास्टिक्स और स्कोडा ट्यूब्स भी दस्तावेज दाखिल करने वाली कंपनियों में शामिल हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रवृत्ति भारतीय बाजार में बढ़ते निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है. इस साल अब तक 62 कंपनियां अपने IPO के जरिए 64,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं, जो कि पिछले साल के मुकाबले 29% अधिक है. मर्चेंट बैंकरों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में हुंडई मोटर इंडिया, स्विगी और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियां भी IPO के जरिए 60,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं.
आईपीओ से जुड़ी संक्षिप्त डिटेल्स
विक्रम सोलर का IPO 1,500 करोड़ रुपये का होगा, जबकि आदित्य इन्फोटेक 1,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. वरिंदरा कंस्ट्रक्शन का IPO 1,200 करोड़ रुपये का होगा. विक्रान इंजीनियरिंग के प्रस्तावित आईपीओ 1000 करोड़ रुपये का होगा. कोलकाता स्थित राही इन्फ्राटेक की आईपीओ के जरिये 420 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. संभव स्टील ट्यूब्स का आईपीओ 440 करोड़ रुपये का होगा. जारो इंस्टिट्यूट का आईपीओ 570 करोड़ रुपये का होगा. ऑल टाइम प्लास्टिक्स का प्रस्तावित आईपीओ 350 करोड़ रुपये का होगा. वहीं, स्कोडा ट्यूब्स का आईपीओ 275 करोड़ रुपये का होगा.
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FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 21:17 IST