नई दिल्ली. विदेशी निवेशकों को दोगुना दाम देना होगा, यह कहना है कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह का. उन्होंने CNBC-TV18 ग्लोबल लीडरशिप समिट में कहा कि जो विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकाल रहे हैं उन्हें दोबारा आने के लिए ‘दोगना दाम’ देना होगा. शाह ने निवेशकों को सलाह दी कि यदि उनकी निवेश अवधि एक साल से कम का है तो उन्हें इक्विटी मार्केट से दूर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत एक उभरता हुआ बाजार है और निवेशकों को लंबे समय के लिए यहाँ निवेश पर विचार करना चाहिए.
शाह ने यह भी सुझाव दिया कि अमेरिका से व्यापार घाटे के मसले पर भारत को यह बताना चाहिए कि भारतीय छात्र अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं और अमेरिकी भूमि पर भुगतान कर रहे हैं, ताकि अमेरिका भारत पर टैरिफ न लगाए. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अमेरिका चीन पर टैरिफ लगाएगा, न कि भारत पर.
फॉरेन इन्वेस्टर सेलिंग जल्द खत्म हो जाएगी
इस सम्मेलन में हेलीओस कैपिटल के संस्थापक और बाजार विशेषज्ञ समीर अरोड़ा ने कहा कि विदेशी निवेशकों की बिक्री की प्रक्रिया कुछ हफ्तों में खत्म हो सकती है. उन्होंने कहा कि भारत के खराब प्रदर्शन के कारण इसमें बदलाव आने में समय लगेगा और ये सुधार धीरे-धीरे दिखाई देगा. अरोड़ा ने कहा, “जो चीजें अच्छा नहीं कर रही हैं, वे अचानक से अच्छा नहीं करेंगी, लेकिन जो चीजें अच्छा कर रही हैं, वे बहुत तेजी से खराब हो गईं.”
निफ्टी 30,000 तक पहुंच सकता है
मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के अध्यक्ष और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने कहा कि भारत में कंपनी की आय में कमी अस्थायी है और विदेशी निवेशक जल्द ही भारतीय बाजार में लौटेंगे. उन्होंने निवेशकों से धैर्य रखने का आग्रह किया और कहा कि उचित नीतिगत निर्णय समय पर लिए जाएंगे, जिससे कमाई में सुधार होगा. अग्रवाल ने कहा, “विदेशी निवेशक धैर्य खो रहे हैं और बाजार से बाहर जा रहे हैं. एक बार जब वे बाहर चले जाते हैं, तो पुनः प्रवेश के लिए कीमत अधिक हो जाएगी. यह निवेशकों के लिए धैर्य बनाए रखने का समय है.”
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FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 20:00 IST