अगले 12 महीनों में कहां तक जाएगा भारतीय शेयर बाजार? ग्लोबल फर्म ने किया डाउनग्रेड, दिया टारगेट

नई दिल्ली. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सॉक्स ने भारतीय इक्विटी बाजार की रेटिंग को ‘ओवरवेट’ से घटाकर ‘न्यूट्रल’ कर दिया है. यह बदलाव एशिया/इमर्जिंग मार्केट अलोकेशन में किया गया है, क्योंकि फर्म को आने वाले 3-6 महीनों में भारतीय बाजारों में ‘टाइम करेक्शन’ (Time correction) की संभावना है. हालांकि फर्म ने यह भी कहा है कि कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है, लेकिन ऊंचे मूल्यांकन (High valuations) और सपोर्टिव बैकड्रॉप के अभाव में बाजार की तेजी सीमित रह सकती है.

मनीकंट्रोल की एक खबर के मुताबिक, भारतीय शेयर बाजार की रुतबा हालांकि अब भी बरकरार है, लेकिन इकॉनमिक ग्रोथ और तिहामी मुनाफों में गिरावट से इसकी गति धीमी हो रही है. विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय कंपनियों की कमाई में गिरावट देखी जा रही है. इसका प्रमुख कारण हाई बेस, मांग में कमी, और प्रॉफिट मार्जिन में आई गिरावट है.

दूसरी तिमाही की कमाई ने डाला असर
प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों जैसे मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज, और एक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा है कि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कंपनियों की कमाई में पोस्ट-कोविड काल का सबसे धीमा विकास होने की संभावना है. मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, निफ्टी की अर्निंग ग्रोथ पिछले 17 तिमाहियों में सबसे धीमी रहेगी और मुनाफा केवल 2% की दर से बढ़ेगा. पिछले चार सालों की दोहरे अंकों में कमाई वृद्धि की सवारी के बाद अब इस रास्ते में चुनौतीपूर्ण दौर शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं.

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निफ्टी का टारगेट
इन्हीं चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए गोल्डमैन सॉक्स ने निफ्टी का 12 महीने का टारगेट घटाकर 27,000 कर दिया है, जो पहले 27,500 था. हालांकि फर्म का मानना है कि इस नए लक्ष्य से अभी भी लगभग 9 फीसदी की बढ़त संभव है. आने वाले तीन महीनों में निफ्टी लगभग 1 फीसदी की और गिरावट के साथ 24,500 तक गिर सकता है, लेकिन फिर अगले छह महीनों में यह 3 फीसदी की वृद्धि के साथ 25,500 तक पहुंचने की संभावना है.

कौन से सेक्टर फोकस में
सेक्टर के लिहाज से गोल्डमैन सॉक्स ने ऑटोमोबाइल्स, टेलीकॉम, और इंश्योरेंस सेक्टर को ओवरवेट पर रखा है, यानी ये सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा, रियल एस्टेट और इंटरनेट सेक्टर को भी अपग्रेड कर ओवरवेट में डाला गया है. दूसरी ओर इंडस्ट्रियल्स, सीमेंट, केमिकल्स, और फाइनेंशियल्स जैसे साइकिलिक सेक्टर्स (cyclicals) को डाउनग्रेड किया गया है.

निवेशकों को सलाह
गोल्डमैन सॉक्स ने मौजूदा बाजार की अस्थिरता (volatility) को देखते हुए निवेशकों को सुझाव दिया है कि वे अच्छी क्वालिटी, कमाई की संभावनाओं (earnings visibility), और टारगेटेड अल्फा थीम्स (targeted alpha themes) पर ध्यान दें. ये रणनीतियां मौजूदा समय में बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने में मदद कर सकती हैं.

Tags: Sensex, Share market, Stock market

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