बाजार छोड़कर भागने से पहले सुन लें दिग्गज फंड मैनेजर की बात, बदल जाएगा मन

नई दिल्ली. पिछले 5 दिन में सेंसेक्स ने 4100 अंक गंवा दिए हैं. इस दौरान बाजार से निवेशकों के 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक स्वाहा हो गए. इजरायल-ईरान में बीच घटित घटनाक्रमों ने भारत के शेयर बाजार पर भी असर दिखाया है. वहां स्थिति में अभी स्थिति में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है लेकिन भारत के शेयर बाजार में ये गिरावट ज्यादा दिन नहीं रहने वाली है. ऐसा कहना है दिग्गज फंड मैनेजर प्रशांत जैन का.

उन्होंने 3पी इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के तिमाही न्यूजलेटर में कहा है कि आगामी दिनों में न सिर्फ बाजार वापसी करेगा बल्कि कंपनियों के तिमाही नतीजे भी अच्छे रहेंगे. उन्होंने बताया कि उनकी फंड मैनेजमेंट कंपनी ने अपना सारा कैश मार्केट में ही इन्वेस्ट किया हुआ है. जैन का कहना है कि शेयर मार्केट में मीडियम से लॉन्ग टर्म में प्रदर्शन अच्छा रह सकता है. उन्होंने लॉर्जकैप स्टॉक्स पर विशेष भरोसा जताया है.

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मार्केट पर भरोसा क्यों?
प्रशांत जैन का मानना है कि बाजार में निवेश करने की जरूरत है. बाजार पर उनके इस भरोसे की वैसे तो वह कई वजहें कहते हैं लेकिन एक खास वजह भारत की टैक्स प्रणाली है. उनका कहना है कि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस को लेकर टैक्स के नियम काफी अच्छे हैं इसलिए लोग लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश करना पसंद करते हैं. मार्केट पर भरोसे की एक दूसरी वजह भारतीय कंपनियों की लगातार अच्छी ग्रोथ है. जैन का कहना है कि भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ भी अच्छी रहने वाली है. उन्होंने इसके पीछे भी कई वजहें बताईं. उनका कहना है कि लोगों की इनकम बढ़ रही है और प्रीमियम गुड्स व सर्विसेज तक उनकी पहुंच अब तक कम रही है लेकिन अब संभावनाएं बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि जहां दूसरे देशों की अर्थव्यवस्थाएं चुनौती का सामना कर रही हैं, वहीं भारत के फिजिकल, डिजिटल और रेग्युलेटरी इंफ्रा तेजी से सुधार हो रहा है.

शॉर्ट टर्म में परेशानियां
जैन ने भले ही लॉन्ग टर्म के लिए अच्छी उम्मीद जताई है लेकिन शॉर्ट टर्म में उन्हें भी लगता है कि शॉर्ट टर्म में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. इसका पीछे एक बड़ा कारण चीन की अत्यधिक क्षमता हो सकती है. उनका कहना है कि चीन में पिछले कुछ वर्षों में मांग में गिरावट आई है इसका नतीजा यह हो रहा है कि वह अपना सामान सस्ती कीमतों पर बाहर भेज रहा है. ऐसे में चीन की कीमतों से मुकाबला करना थोड़ा जटिल हो सकता है और भारत के निर्यात में सुस्ती आ सकती है.

Tags: Business news, Stock market

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