झुनझुनवाला ने बड़े भरोसे से खरीदे थे टाटा के 4 करोड़ शेयर, अब पत्नी ने बेचे, महीने में 13% की गिरावट

Tata Motors Share : भारतीय शेयर बाजार में जब दिग्गज निवेशक रेखा राकेश झुनझुनवाला किसी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने का संकेत देती हैं, तो वह कंपनी सुर्खियों में आ जाती है. हाल ही में, झुनझुनवाला परिवार द्वारा टाटा मोटर्स में से संभावित रूप से निकासी के संकेत मिलने के बाद इस स्टॉक ने 4% की गिरावट दर्ज की है. टाटा मोटर्स, जिसने पिछले कुछ सालों में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. तो क्या अब भी इस स्टॉक में निवेश का मौका है, या यह समय निकलने का संकेत है?

टाटा ग्रुप के शेयर टाटा मोटर्स में निवेश करके पिछले 4 सालों में मल्टीबैगर रिटर्न हासिल करने वाले अनुभवी निवेशक रेखा राकेश झुनझुनवाला अब इस स्टॉक से बाहर निकलने का संकेत दे रही हैं. इस दौरान यह शेयर लगभग 800% तक बढ़ चुका है, जिसने निवेशकों को जोरदार लाभ दिया है.

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हाल ही में टाटा मोटर्स के स्टॉक में 4% की गिरावट देखने को मिली, जिससे यह सोमवार के ₹928.10 के नीचे जाकर मंगलवार को ₹893.90 पर पहुंच गया. इसके चलते कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण ₹3.3 लाख करोड़ के नीचे आ गया. झुनझुनवाला परिवार की ओर से सितंबर 2024 तिमाही में कंपनी के प्रमुख शेयरधारकों की सूची में नाम नहीं दिखा, जिससे यह संकेत मिलता है कि उन्होंने अपनी हिस्सेदारी में कमी की हो सकती है.

झुनझुनवाला परिवार की टाटा मोटर्स में हिस्सेदारी
रेखा झुनझुनवाला के पति, दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने सितंबर 2020 में टाटा मोटर्स के 4 करोड़ शेयर खरीदे थे, जब उनका नाम प्रमुख शेयरधारकों की सूची में पहली बार देखा गया था. उनके निधन के बाद रेखा झुनझुनवाला ने इस हिस्सेदारी को बनाए रखा था. हालांकि, ताजा कॉरपोरेट फाइलिंग में उनका नाम गायब होने से यह माना जा रहा है कि उन्होंने अपनी हिस्सेदारी बेच दी हो सकती है.

भारतीय बाजार नियामक के नियमों के अनुसार, हर तिमाही के अंत में कंपनियों को अपने शेयरधारकों की सूची प्रस्तुत करनी होती है. अगर किसी निवेशक की हिस्सेदारी 1% से कम हो जाती है, तो उसे प्रमुख शेयरधारक की सूची में शामिल करने की आवश्यकता नहीं होती.

टाटा मोटर्स की JLR परफॉर्मेंस
टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) ने FY25 की दूसरी तिमाही में 1,03,108 यूनिट्स बेचे, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3% की गिरावट है. कंपनी ने बताया कि उत्पादन में यह कमी एल्युमिनियम की आपूर्ति में आई रुकावट के कारण हुई थी. इस गिरावट ने स्टॉक के प्रदर्शन को प्रभावित किया.

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विश्लेषकों का मानना है कि JLR की बिक्री में सुधार की उम्मीद है, हालांकि कंपनी के सामने लागत दबाव और अन्य चुनौतियां भी हैं. मोतीलाल ओसवाल ने FY24-FY26 के दौरान JLR के मार्जिन पर दबाव बने रहने की आशंका जताई है. इसके बावजूद, एमके ग्लोबल ने टाटा मोटर्स के लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण को सकारात्मक माना है, क्योंकि कंपनी FY25 तक कर्ज-मुक्त बनने की ओर अग्रसर है.

निवेशकों को क्या करना चाहिए?
टाटा मोटर्स ने FY24 में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन कुछ चुनौतियां भविष्य में इसके विकास को प्रभावित कर सकती हैं. जहां एक ओर मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक के लिए ₹990 का लक्ष्य दिया है, वहीं एमके ग्लोबल ने इसे ‘बाय’ की सिफारिश देते हुए ₹1,175 का लक्ष्य मूल्य रखा है.

यूबीएस ने जेएलआर उत्पादन चिंता, एल्युमीनियम की कीमतों, लॉजिस्टिक्स मुद्दों के आधार पर इस शेयर लक्ष्य को घटाकर 825 कर दिया है. यह अब स्टॉक के लिए अच्छा संकेत नहीं है, जो पहले से ही बहुत सारे नकारात्मक संकेतों और मंदी के संकेतों से डरा हुआ है.

(Disclaimer: यहां बताए गए स्‍टॉक्‍स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)

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