लुलु ग्रुप पर यूएई में पैसों की बरसात, 25 गुना सब्‍सक्राइब हुआ आईपीओ

नई दिल्‍ली. भारतीय बिजनेसमैन एमए यूसुफ अली की कंपनी लुलु ग्रुप के आईपीओ संयुक्‍त अरब अमीरात (यूएई) में रिकॉर्ड बनाया है. कंपनी का आईपीओ 25 गुना सब्सक्राइब हुआ है. इस सफलता ने इसे यूएई के सबसे बड़े IPO में से एक बना दिया है. यह IPO 28 अक्टूबर 2024 खुला और 5 नवंबर 2024 को बंद हुआ. इस दौरान, लुलु ग्रुप ने लगभग 2.58 अरब शेयरों की पेशकश की, जिनकी कीमत 1.43 बिलियन डॉलर (लगभग 12,000 करोड़ रुपये) थी. लुलु ग्रुप के आईपीओ की लिस्टिंग 14 नवंबर 2024 को होगी. लुलु ग्रुप इंटरनेशनल, जो कि एक प्रमुख खुदरा श्रृंखला है, ने अपने व्यवसाय को बढ़ाने और अपने ग्राहकों के लिए बेहतर उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए कई पैसा जुटाने को यह आईपीआई लेकर आया था. कंपनी के पास GCC देशों में 240 से अधिक स्टोर हैं और यह एशिया के सबसे बड़े रिटेल चेन में से एक है.

लुलु ग्रुप के अध्यक्ष, एमए युसूफ अली ने इस IPO को लुलु के विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है. उन्होंने कहा कि यह कदम कंपनी के विस्तार और नए निवेशकों को आकर्षित करने में मदद करेगा. लुलु ग्रुप ने मॉल, किराना स्टोर और हाइपरमार्केट खोलकर खुदरा क्षेत्र में तेजी से अपना विस्तार किया है. यूसूफ अली की कुल संपत्ति 7.8 अरब डॉलर (लगभग 66150 करोड़ रुपये) आंकी गई है. यूसुफ अली ने 34 साल में विशाल व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया है.

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23 देशों में कारोबार
लुलु ग्रुप केवल खुदरा क्षेत्र तक सीमित नहीं है. यह शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटैलिटी, शिपिंग और रियल एस्टेट जैसे कई अन्य क्षेत्रों में भी कार्यरत है. लुलु ग्रुप का व्यापार 23 देशों में फैला हुआ है, जिसमें एशिया, अमेरिका और यूरोप शामिल हैं। यह समूह 65,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है. वर्तमान में लुलु ग्रुप भारत के भी छह शहरों में अपने मॉल चलाता है. इनमें कोच्चि, तिरुअनंतपुरम, बेंगलुरु, लखनऊ, कोयंबटूर और हैदराबाद शामिल हैं. सबसे नया मॉल हैदराबाद का है.

केरल में हुआ जन्‍म
एम.ए. यूसुफ अली का जन्म केरल के त्रिशूर में हुआ था. यूसुफ अली ने अपनी स्कूली शिक्षा करनचीरा के सेंट जेवियर्स हाई स्कूल से पूरी की. बाद में बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा हासिल किया। यूसुफ अली 1973 में आबूधाबी गए थे. शुरू में उन्‍होंने अपने चाचा के अपने चाचा के डिस्‍ट्रीबयूशन व्यवसाय में काम किया.

34 साल पहले हाइपर मार्केट बिजनेस में रखा कदम
1990 में यूसुफ ने लुलु ग्रुप के हाइपरमार्केट व्यवसाय में प्रवेश किया. उस समय आबूधाबी बड़े आउटलेट्स और हाइपरमार्केट के लिए रास्ता बनाकर खुद को फिर से स्थापित कर रहा था. उन्होंने हाइपरमार्केट व्यवसाय का विस्तार किया और जल्द ही अपनी कंपनी की वैश्विक स्तर पर उपस्थिति को मजबूत करके एक जाना-पहचाना चेहरा बन गए.

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