नई दिल्ली. आज बाजार में जहां एक तरफ निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा, तो वहीं दूसरी और शीर्ष निवेशक राधाकिशन दमानी के एक स्टॉक ने इन्वेस्टर्स को छप्परफाड़ रिटर्न दिया. वीएसटी इंडस्ट्रीज के शेयर आज 20% तक बढ़कर ₹486.70 पर पहुंच गए. शेयरों में उछाल की वजह बोनस शेयरों को माना जा रहा है. हालांकि, आज कंपनी बोनस शेयरों की रिकॉर्ड डेट थी. इसका मतलब है कि आज जिसने भी शेयर खरीदे होंगे उन्हें संभवत: इसका लाभ नहीं मिलेगा.
जुलाई में कंपनी ने 10:1 के बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की थी. इसका मतलब है कि हर 1 शेयर जो निवेशकों के पास है उसपर 10 शेयर उन्हें बोनस के रूप में मिलेंगे. इसके लिए पहले रिकॉर्ड डेट 30 अगस्त निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में 6 सितंबर कर दिया गया था. ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार, यह वीएसटी इंडस्ट्रीज का पहला बोनस इश्यू है. कंपनी ने मई 2001 से अब तक 24 डिविडेंड की घोषणा की है. पिछले वर्ष में, कंपनी ने ₹150 प्रति शेयर के दो अंतिम डिविडेंड की घोषणा की थी.
बोनस शेयर उन शेयरधारकों को जारी किए जाते हैं जो कंपनी के रिकॉर्ड में रिकॉर्ड डेट पर सूचीबद्ध होते हैं. योग्य होने के लिए, शेयरों को एक्स-डेट से एक दिन पहले ही खरीदा जाना चाहिए, क्योंकि लेनदेन अगले दिन निपटाए जाते हैं. जो निवेशक एक्स-डेट पर शेयर खरीदते हैं, वे बोनस शेयर के लिए योग्य नहीं होंगे. T+1 फ्रेमवर्क के अनुसार, रिकॉर्ड डेट और एक्स-डेट आमतौर पर एक ही होते हैं, जब तक कि एक्स-डेट के बाद कोई बाजार की छुट्टी न हो. यानी कल जिन्होंने शेयर खरीदे होंगे उन्हें बोनस शेयर का लाभ मिलेगा न कि आज शेयर खरीदने वालों को.
जून 2024 तक उपलब्ध डेटा के अनुसार, राधाकिशन दमानी के पास वीएसटी इंडस्ट्रीज के 5.35 लाख शेयर हैं, यह कंपनी में 3.47% की इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है. पिछले साल वीएसटी इंडस्ट्रीज के शेयरों ने 53.30% की वृद्धि दर्ज की है. वर्ष 2024 में अब तक स्टॉक ने 58% की बढ़त हासिल की है.
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FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 18:11 IST