नई दिल्ली. शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक रमेश दमानी ने कंपाउंडिंग को “दुनिया का आठवां अजूबा” बताया है और हर युवा भारतीय को इसकी ताकत को समझने की सलाह दी है. CNBC-TV18 के ग्लोबल लीडरशिप समिट में अपने अनुभव साझा करते हुए दमानी ने कहा कि कंपाउंडिंग की शक्ति को समझना और उसे सही ढंग से इस्तेमाल करना लंबे समय में संपत्ति निर्माण में अहम भूमिका निभाता है. यदि इसे सही तरीके से अपनाया जाए, तो यह एक पीढ़ी को गरीबी से समृद्धि की ओर ले जाया जा सकता है.
रमेश दमानी ने कहा, “कंपाउंडिंग को समझें. यह वास्तव में दुनिया का आठवां अजूबा है. एक बार यह प्रक्रिया समझ में आ जाए, तो निवेशक लंबे समय में लाभ कमा सकते हैं.” दमानी ने निवेशकों को सलाह दी कि वे जल्दबाजी न करें और समझदारी से निवेश करें।. कंपाउंडिंग का सही इस्तेमाल कर वे अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं.
बाजार को नहीं किया जा सकता कंट्रोल
रमेश दमानी ने नए निवेशकों को सलाह दी कि वे इस बात को अच्छी तरह से समझ लें कि बाजार को कंट्रोल नहीं किया जा सकता. इसे समयबद्ध करना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा, “आप बाजार के समय का अनुमान नहीं लगा सकते. यह ऊपर-नीचे होता रहेगा और कई बार आप बड़ी रैलियों को मिस कर देंगे. मुनाफे का बड़ा हिस्सा कुछ ही खास समय में आता है, इसलिए व्यापक रूप से निवेशित रहना ही समझदारी है.” दमानी ने कहा कि बाजार से पैसा बनाने के लिए निवेशकों को उच्च गुणवत्ता स्टॉक्स में लंबे समय तक निवेश करके रखना चाहिए.
बाजार में होता है करेक्शन
रमेश दमानी ने कहा कि शेयर बाजार में समय के साथ करेक्शन संभव है. उन्हें इससे कोई समस्या नहीं है. इस साल सितंबर में निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्च 26,277 पर था, जिसके बाद इसमें 10% से अधिक की गिरावट आ गई है. कोविड-19 महामारी के दौरान भी बाजार में भारी गिरावट आई थी. लेकिन उसके बाद निफ्टी में तेजी आई और मार्च 2020 के निम्न स्तरों से अब इसकी वैल्यू तीन गुना बढ़ चुकी है.
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FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 13:43 IST