अभी संस्थागत निवेशकों को मिल रही है यह सुविधा. अब रिटेल निवेशकों को भी मिलेगी एल्गो ट्रेडिंग सर्विस. एल्गो ट्रेडिंग से ट्रेडिंग आसान और तेज हो जाएगी.
नई दिल्ली. बाजार नियामक सेबी ने रिटेल निवेशकों के लिए एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग (एल्गो ट्रेडिंग) की सुविधा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है. वर्तमान में यह सुविधा केवल संस्थागत निवेशकों को मिल रही है. यह तकनीक कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए ट्रेडिंग को तेज़, सस्ता और पारदर्शी बनाती है. एल्गो ट्रेडिंग का इस्तेमाल करके इनवेस्टर तेज़ी से खरीद-फरोख्त कर सकते हैं. इससे शेयर बाजार में लेन-देन आसान होता है और लिक्विडिटी बढ़ती है.सेबी का कहना है कि यह सुविधा रिटेल निवेशकों को सुरक्षा और सही नियमों के साथ दी जाएगी. सेबी ने इस प्रस्ताव पर 3 दिसंबर तक जनता से सुझाव मांगे हैं। इसके बाद अंतिम नियम जारी किए जाएंगे. SEBI के पिछले अध्ययन के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग में 97% FPI (फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स) और 96% प्रॉपराइटरी ट्रेडर्स का मुनाफा अल्गो ट्रेडिंग से आया था.
सेबी ने जो प्रस्ताव दिया है उसके अनुसार, एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा रिटेल निवेशकों को स्टॉक ब्रोकरों के जरिए दी जाएगी. इसके लिए ब्रोकर को पहले स्टॉक एक्सचेंज से अनुमति लेनी होगी. ट्रेडिंग में हर लेन-देन को स्टॉक एक्सचेंज की ओर से दिए गए यूनिक आईडेंटिफायर से टैग किया जाएगा, ताकि ट्रेडिंग पर निगाह रखी जा सके. ब्रोकर को एल्गो सिस्टम में किसी भी तरह के बदलाव के लिए एक्सचेंज से अनुमति लेनी होगी.
एपीआई का होगा इस्तेमाल
एल्गो ट्रेडिंग के लिए एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस-API) का इस्तेमाल किया जाएगा. ब्रोकर इस प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाएंगे, जबकि एल्गो प्रदाता या फिनटेक कंपनियां उनके एजेंट के रूप में काम करेंगी. एल्गो ट्रेडिंग सुविधा देने वाले प्रदाताओं को स्टॉक एक्सचेंज के साथ पंजीकरण कराना होगा.
स्टॉक एक्सचेंज और सेबी बनाएंगे नियम
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टॉक एक्सचेंज, सेबी के साथ मिलकर, ब्रोकर और एल्गो प्रदाताओं की जिम्मेदारियां तय करेंगे. कुछ प्रकार के एल्गो (जैसे एग्जीक्यूशन एल्गो) को तेजी से पंजीकृत करने के लिए टर्नअराउंड टाइम (TAT) तय किया जाएगा. एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड के डायरेक्टर और सीईओ अजय गर्ग का कहना है कि रिटेल निवेशकों के लिए SEBI के अल्गोरिदम ट्रेडिंग का प्रस्ताव समय की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नए फ्रेमवर्क के तहत रिटेल निवेशक केवल रजिस्टर्ड ब्रोकरों से अप्रूव्ड अल्गो का इस्तेमाल कर सकेंगे. यह कदम निवेशकों के हितों को सुरक्षित करेगा.
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FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 10:44 IST