नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार पिछले 3-4 सालों में तेजी से बढ़ा है और निवेशकों को मालामाल किया है. लेकिन, रिटर्न देने के मामले में एक म्यूचुअल फंड ने निफ्टी को पीछे छोड़ दिया. क्योंकि, इस फंड ने समान अवधि में निफ्टी से 100 फीसदी यानी दोगुना ज्यादा रिटर्न दिया है. दरअसल स्मॉल और मिड-कैप सेक्टर से जुड़े म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने वाले निवेशकों को पिछले तीन वर्षों में बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 की तुलना में दोगुने से अधिक रिटर्न मिला है. ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में निफ्टी 50 इंडेक्स में एसआईपी से मिले 21.3% रिटर्न के विपरीत, कई टॉप सेक्टोरल फंड्स के साथ-साथ छोटे और मिड-कैप फंड्स ने 45% से ज्यादा रिटर्न दिया है.
ये रहे फंड्स के नाम
इन फंड्स का निवेश सरकारी क्षेत्र की डिफेंस, रेलवे, बैंक और पावर कंपनियों में है. दरअसल इन सभी सेक्टर के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया और इन सेक्टर्स में अच्छी हिस्सेदारी के कारण इन फंड्स को फायदा हुआ.
रिटर्न के मामले में निफ्टी को पीछे छोड़ने वाले म्यूचुअल फंड्स में क्वांट स्मॉल कैप (47%), फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज (46.64%), आईटीआई स्मॉल कैप (46.30%), बंधन स्मॉल कैप (45.91%) और निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप (45.84%) रिटर्न दिया है.
वहीं, मिडकैप फंड्स में मोतीलाल ओसवाल मिडकैप (50.17%), क्वांट मिडकैप (46.64%), महिंद्रा मनुलाइफ मिडकैप (43.17%), एचडीएफसी मिडकैप अपॉर्चुनिटिज (42.62%) रिटर्न दिया है.
क्या अब करना चाहिए निवेश?
फंड मैनेजर्स की इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेशकों को सलाह है कि वे केवल पिछले हाई रिटर्न के आधार पर योजनाओं में निवेश करने से बचें. इसके बजाय, वे सही वैल्युएशन वाले सेक्टर इन्वेस्टमेंट के अवसर तलाशें.
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी फंड्स के प्रदर्शन के आधार पर है, निवेश की सलाह नहीं है. इन फंड्स में पैसा लगाने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह जरूर लें.)
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FIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 10:57 IST