कम ही होती थी टाटा के इस शेयर की बात, 2 दिनों में 25% भागा तो गया सबका ध्यान, क्या करती है ये कंपनी? जानिए

Tata Investment : टाटा के शेयरों में ऐसे बहुत कम हैं, जिन्होंने बहुत तेजी से पैसा बनाकर दिया हो. यह बात भी सच है कि टाटा के शेयरों में लोगों का पैसा धीरे-धीरे बनता है, मगर नुकसान कम होता है. मगर टाटा ग्रुप का ही एक शेयर ऐसा भी है, जिसने बहुत तेजी से मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. बात करें पिछले 2 सीजन की तो यह स्टॉक 25 प्रतिशत तक बढ़ गया है. आमतौर पर बड़े शेयरों में इतनी बड़ी तेजी कम ही देखने को मिलती है. हम बात कर रहे हैं टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर की.

टाटा संस द्वारा 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज़ चुकाने के बाद टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (Tata Investment Corporation) का शेयर सरपट दौड़ रहा है. पिछले दो सेशन में ही यह 25 प्रतिशत तक बढ़कर 5 महीने के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 28 अगस्त को टाटा इन्वेस्टमेंट का स्टॉक दिन के उच्चतम स्तर 8,074.25 रुपये पर पहुंच गया, जो 9.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. कोरोना काल (मार्च 2020) में आई गिरावट में इस शेयर ने 590 रुपये का निचला स्तर भी दिखाया था. मार्च 2024 में इस शेयर ने 9,756 रुपये के उच्चतम स्तर को छुआ.

3 सालों में दिया 500 प्रतिशत से अधिक रिटर्न
यह शेयर 5 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है. पिछले एक साल में इस शेयर ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. BSE पर 224.52 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि हुई है. BSE के आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में इस स्टॉक ने 519.36 प्रतिशत का दमदार रिटर्न दिया है.

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यह कंपनी मुख्य रूप से लिस्टेड और अन-लिस्टेड इक्विटी शेयरों, लोन उपकरणों और विभिन्न उद्योगों में टाटा कंपनियों के म्यूचुअल फंड में निवेश के कारोबार में लगी हुई है. यह कंपनी RBI के तहत निवेश कंपनी की श्रेणी में पंजीकृत एक NBFC है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सितंबर 2022 में टाटा संस को NBFC-अपर लेयर (NBFC-UL) के रूप में वर्गीकृत किया था. RBI के अनुसार, इस श्रेणी में वर्गीकृत होने के 3 वर्षों के भीतर एक NBFC-UL को सार्वजनिक रूप से लिस्टेड होना चाहिए. टाटा संस बैंकों और बाजारों से पूंजी जुटाकर अपनी समूह कंपनियों, जिनमें प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा मोटर्स और टाटा स्टील शामिल हैं, में निवेश करती है.

टाटा के अन्य शेयरों में भी तेजी
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोन चुकाकर इसने अपने प्रमोटरों के जोखिम को काफी कम करने दिया है. इसके बाद टाटा संस को अब अपने शेयरों को लिस्ट करने की आवश्यकता नहीं है और उसने RBI को अपना रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है.

इसी खबर के बाद ग्रुप की अन्य कंपनियों के शेयरों में भी तगड़ी रैली देखी गई है. TCS का शेयर लगभग 1 प्रतिशत बढ़ गया है. टीसीएस को हालांकि अमेरिकी शेयर बाजारों में Nvidia के तिमाही नतीजों से भी बल मिला है. टाटा ग्रुप का ही स्टॉक ट्रेंट लिमिटेड भी 7,000 रुपये के स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा है. आज इसमें 3.24 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है.

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