झुनझुनवाला की फेवरेट कंपनी टाइटन का तिमाही रिजल्ट आउट, माल खूब बेचा, मगर घट गया मुनाफा

नई दिल्ली. टाटा समूह के प्रतिष्ठित ज्वेलरी और घड़ी निर्माता कंपनी टाइटन लिमिटेड ने 5 नवंबर को अपने तिमाही परिणाम जारी किए. इसमें कंपनी के मुनाफे पर थोड़ा ब्रेक सा लगता दिखाई दे रहा है. टाइटन की ताज़ा रिपोर्ट दर्शाती है कि कंपनी को इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में भारी कंपीटिशन और कस्टम ड्यूटी के प्रभाव से दो-चार होना पड़ा. दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला की सबसे फेवरेट कंपनी ने इस बार कमाई अनुमानों से कम रही है.

टाइटन लिमिटेड ने 30 सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 25% की गिरावट के साथ 705 करोड़ रुपये की सूचना दी है. पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह मुनाफा 940 करोड़ रुपये था. इस बार टाइटन अनुमानों से पीछे रह गई, क्योंकि मनीकंट्रोल के छह ब्रोकरेज के पोल में अनुमानित शुद्ध लाभ 1,028 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद जताई गई थी.

कुल आय में 24% की वृद्धि
हालांकि, कंपनी की कुल आय में सुधार देखा गया, जो Q2FY24 के 10,027 करोड़ रुपये से बढ़कर Q2FY25 में 12,458 करोड़ रुपये हो गई, जो 24% की वृद्धि दर्शाती है. 5 नवंबर को बीएसई पर टाइटन के शेयर 0.4% की बढ़ोतरी के साथ 3,235 रुपये पर बंद हुए.

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ज्वेलरी सेगमेंट में 26% की वृद्धि
टाइटन के ज्वेलरी सेगमेंट में कुल आय 26% बढ़कर 10,763 करोड़ रुपये हो गई, जिसमें केवल भारत के व्यवसाय में 25% की वृद्धि दर्ज की गई. EBIT (Earnings Before Interest and Tax) यानी ब्याज और करों से पहले की आय 932 करोड़ रुपये रही, जो तिमाही के लिए 8.7% मार्जिन पर थी. कस्टम ड्यूटी प्रभाव को समायोजित करने पर, Q2FY25 के लिए EBIT 1,222 करोड़ रुपये के साथ 11.4% मार्जिन तक पहुंच गया.

कस्टम ड्यूटी में कमी से उपभोक्ता रुचि में बढ़ोतरी
टाइटन ने अपने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कस्टम ड्यूटी में कटौती के कारण सोने की कीमतें कुछ समय के लिए स्थिर रहीं, जिससे उपभोक्ताओं में खरीदारी का रुझान बढ़ा और यह रुझान सितंबर मध्य तक जारी रहा. इस दौरान खरीदारों की संख्या में वृद्धि और औसत बिक्री मूल्य दोनों में दो अंकों की वृद्धि देखी गई. टाइटन के लोकप्रिय ब्रांड तनिष्क ने भारत में 11 नए स्टोर खोले.

टाइटन के प्रबंध निदेशक सीके वेंकटरमन ने कहा, “पहले क्वार्टर में सुस्त प्रदर्शन के बाद, दूसरे क्वार्टर में हमारे मुख्य बिजनेसों में उत्साहजनक वृद्धि देखी गई. ज्वेलरी ने इस तिमाही में स्वस्थ दो अंकों की वृद्धि दर्ज की. तनिष्क, मिया, जोया और कैरैटलेन जैसे ब्रांड्स के जरिए अलग-अलग तरह के ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने की हमारी रणनीति कारगर साबित हो रही है. खरीदारों की वृद्धि के आंकड़े सोने और स्टडेड उत्पाद श्रेणियों में मजबूत रहे. इस तिमाही में एनालॉग घड़ियों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 25% से अधिक बढ़ी है. टाइटन ब्रांड भारतीय उपभोक्ताओं का पसंदीदा विकल्प बना हुआ है. हालांकि, कस्टम ड्यूटी से संबंधित नुकसान और विभिन्न व्यवसायों को बढ़ाने में निवेश की आवश्यकता के कारण, दूसरे क्वार्टर की लाभप्रदता काफी कम रही. फिर भी, हम अपने प्रत्येक व्यवसाय की प्रतिस्पर्धात्मकता को लेकर आश्वस्त हैं और वित्तीय वर्ष के हिस्से के लिए अपने प्रदर्शन को लेकर आशावादी हैं.”

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