नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. दिन की शुरुआत में सेंसेक्स और निफ्टी ने एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों पर सात दिनों की गिरावट को तोड़ते हुए बढ़त दर्ज की. हालांकि, दिन के अंत में बिकवाली दबाव के कारण यह बढ़त लगभग खत्म हो गई.
सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर से करीब 900 अंक गिरा, जबकि निफ्टी ने 262 अंक का नुकसान झेला. दिन के अंत में, सेंसेक्स 239.37 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 77,578.38 पर और निफ्टी 64.70 अंकों की बढ़त के साथ 23,518.50 पर बंद हुआ.
भू-राजनीतिक तनाव का असर
बाजार की बढ़त उस समय थम गई जब यूक्रेन द्वारा रूसी सीमा पर ATACMS मिसाइल हमले की खबरें आईं. इस भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सतर्क कर दिया. यह 2022 से चालू रूस-यूक्रेन युद्ध में पहला मौका है जब यूक्रेन ने यूएस से प्राप्त मिसाइलों को रूस पर दागा है. यह खबर बाजार बंद होने से करीब 1 घंटे पहले यहां आई और उसका पूरा असर भारतीय बाजार पर दिखा.
मजबूत सेक्टर और प्रदर्शन
निफ्टी रियल्टी और ऑटो सेक्टर में 1.5% की बढ़त रही. रियल एस्टेट कंपनियों जैसे DLF, लोढ़ा और गोदरेज प्रॉपर्टीज ने इंडेक्स को मजबूती दी. आईटी सेक्टर में भी 0.8% की मामूली रिकवरी देखने को मिली.
प्रमुख स्टॉक्स का प्रदर्शन
महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने 3% की बढ़त दर्ज की, CLSA द्वारा ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग मिलने के बाद स्टॉक ने निफ्टी में टॉप किया. PSP प्रोजेक्ट्स में 10% की तेजी रही, क्योंकि अदानी ग्रुप के इसे अधिग्रहित करने की चर्चा थी.
बाजार की राय
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, “यह पिछले दो महीनों की लगातार गिरावट के बाद केवल एक वापसी है. यह कोई वास्तविक रिकवरी नहीं है, और निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार में प्रवेश करने से पहले निर्णायक कदमों का इंतजार करें.” विशेषज्ञों के अनुसार, अगर निफ्टी 23,565 के ऊपर बना रहता है तो सुधार जारी रह सकता है. हालांकि, 23,733-23,788 के दायरे में रुकावट का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि बाजार 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण बंद रहेगा.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 18:43 IST