नई दिल्ली. पिछले महीने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ था और हैकर्स ने करीब 1,923 करोड़ रुपये की क्रिप्टो एसेट चुरा ली थी. अब वजीरएक्स (WazirX) की पैरेंट कंपनी जेटाई पीटीई (Zettai Pte) ने स्वीकार किया है कि साइबर हमले से प्रभावित ग्राहक अपना पूरा पैसा वापस नहीं पा सकेंगे. ग्राहक केवल अपने फंड का 55 फीसदी तक ही निकाल पाएंगे. कंपनी यूजर्स के फंड वापस करने में सक्षम होने के लिए कैपिटल सपोर्ट के लिए व्हाइट नाइट (White Knight) के साथ बातचीत कर रही है.
कंपनी ने एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा कि उसके क्रिप्टो बैलेंस के रीस्ट्रक्टरिंग में कम से कम 6 महीने लगेंगे. इसने 23 अगस्त को सिंगापुर की एक अदालत में रीस्ट्रक्टरिंग के लिए आवेदन किया था, जो किसी भी कानूनी कार्यवाही से 6 महीने की मोरेटोरियम देता है.
मोरेटोरियम के लिए लेनदारों की राय लेगी सिंगापुर की अदालत
सिंगापुर की अदालत इस बात पर लेनदारों की राय लेगी कि क्या मोरेटोरियम दी जानी चाहिए? क्रिप्टो प्लेटफॉर्म वजीरएक्स के प्रवक्ता ने कहा, “यह सभी लेनदारों के हित में है कि वे मोरेटोरियम का सपोर्ट करें. हम लेनदारों से अनुरोध करते हैं कि वे अपना सपोर्ट दिखाएं.”
ग्राहकों को वापस मिलेगा केवल 55 फीसदी फंड
रीस्ट्रक्टरिंग के तहत वजीरएक्स की प्रायोरिटी यूजर्स को क्रिप्टो के जरिए आनुपातिक तरीके से शेष टोकन एटेट्स को वितरित करना है, न कि फिएट के माध्यम से. प्रवक्ताओं ने कहा कि उपलब्ध फंड्स में से लगभग 45 फीसदी रीस्ट्रक्टरिंग लागत के रूप में आवश्यक होगी. केवल 55 फीसदी फंड ही ग्राहकों को वापस मिलेगा. हम चोरी की गई क्रिप्टोकरेंसी को फिर से हासिल करने के अलावा, यूजर्स के साथ प्रॉफिट शेयर करने के लिए रेवेन्यू-जेनरेटिंग प्रोडक्ट्स और मैकेनिज्म्स के जरिए एडिशनन फंड जनरेट करने के लिए लगातार चर्चा कर रहे हैं.”
वजीर-X के सुरक्षा में हुई थी चूक
बता दें कि 18 जुलाई 2024 को वजीरएक्स पर हुए साइबर हमले में 23 करोड़ डॉलर (लगभग 1,923 करोड़ रुपये) की क्रिप्टो एसेट्स चोरी हो गई थीं.
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FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 23:23 IST