परिवार तक ने किया इस लड़की पर संदेह, पर किया ऐसा काम कि आज हाथ में अरबों की नेटवर्थ, मल्टीनेशनल कंपनी की कमान

Success Story: संघर्ष, समर्पण और दूरदर्शिता तीन ऐसी चीजें हैं, जो हर सफलता की नींव होती हैं. ये तीनों ही चीजें कई लोगों में गॉड गिफ्टेड होती हैं तो कई अपनी मेहनत और लग्न के बूते इन्हें हासिल करते हैं. यह कहानी एक ऐसी महिला की है, जिसने एक छोटी-सी पैथोलॉजी लैब को एक बड़ी हेल्थकेयर कंपनी बना दिया. यह सबकुछ करने में लगभग 20-22 साल की मेहनत लगी, मगर सफलता ऐसी मिली कि चारों ओर शोर मच गया. यह सक्सेस स्टोरी है अमीरा शाह की.

अमीरा शाह एक ऐसी प्रेरणादायक बिजनेसवूमन हैं, जिन्होंने अपने परिवार की एक छोटी सी लैब को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला दी. अपने छोटे से बिजनेस को बड़ा बनाने की चाहत रखने वाले इस कहानी से जरूरी प्रेरणा प्राप्त करेंगे. अमीरा शाह ने एक छोटी सी लैब को दुनियाभर में पहुंचा दिया. उनकी कंपनी को आज हम सब मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के रूप में जानते हैं. 2022 की हुरुन वूमनज़ रिच लिस्ट अमीरा शाह को भारत की सबसे अमीर महिलाओं की सूची में शामिल किया गया था. तब उनकी नेट वर्थ 5,950 करोड़ रुपये बताई गई थी.

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
अमीरा शाह का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां ज्यादातर सदस्यों का पेशा डॉक्टरी था. उनके पिता डॉ. सुशील शाह ने 1980 में मुंबई में एक छोटी पैथोलॉजी लैब की स्थापना की थी. अमीरा ने अपनी शिक्षा मुंबई से प्राप्त की और फिर अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय से फाइनेंस में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट प्रोग्राम किया. अमीरा की शिक्षा और विदेशों में काम करने के अनुभव ने उन्हें ग्लोबल विजन दिया, जिसने उनके बिजनेस से जुड़े फैसलों को प्रभावित किया.

ये भी पढ़ें – 12 साल दूसरों के लिए कमाया, गांव लौटा तो भर आया मन, शुरू किया अपना काम, आज 41,000 करोड़ की कंपनी

कंपनी की बागडोर संभालना और संघर्ष
अमीरा शाह के लिए मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर की बागडोर संभालना आसान नहीं था. जब वह 2001 में भारत लौटीं तब उनका उद्देश्य अपने पिता की पैथोलॉजी लैब को एक सफल व्यवसाय में बदलना था. लेकिन भारत में पारिवारिक व्यवसाय में महिलाओं की भागीदारी को लेकर चुनौतियां थीं. अमीरा को खुद को साबित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा, और शुरुआती दिनों में उनके विचारों को परिवार के अंदर ही संदेह की नजरों से देखा गया.

हालांकि, अमीरा ने धीरे-धीरे अपनी क्षमता साबित की. उन्होंने न केवल टेक्नोलॉजी और क्वालिटी के मानकों पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि व्यवसाय को एक बड़े स्तर पर विस्तार देने की योजना बनाई. अमीरा ने छोटी-छोटी लैब्स को अधिग्रहित किया, और पूरे देश में एक डायग्नोस्टिक नेटवर्क तैयार कर दिया. लोगों को क्वालिटी का एश्योरेंस मिलने लगा और कंपनी प्रसिद्ध होने लगी. उनके नेतृत्व में मेट्रोपोलिस ने गुणवत्ता और भरोसेमंद सेवाओं का एक ब्रांड स्थापित किया.

मेट्रोपोलिस का विस्तार और सफलता
अमीरा शाह के नेतृत्व में मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर ने कुछ ही वर्षों में जबरदस्त तरक्की देखी. कंपनी ने भारत में कई लैब्स का अधिग्रहण किया और विदेशों में भी अपने पैर पसारे. इस विस्तार में मुख्य रूप से अफ्रीका, साउथ एशिया और मिडिल ईस्ट के देशों में विस्तार शामिल था.

2002 में जब अमीरा ने कंपनी का प्रभार संभाला, तब मेट्रोपोलिस एक छोटे से पैथोलॉजी लैब के रूप में था, लेकिन उनके प्रयासों ने इसे एक बड़े डायग्नोस्टिक नेटवर्क में बदल दिया. उन्होंने फ्रेंच निवेश फर्म Carlyle Group से निवेश हासिल किया, जिससे कंपनी को बड़े स्तर पर विस्तार करने में मदद मिली.

2010 तक, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का एनुअल रेवेन्यू लगभग ₹200 करोड़ तक पहुंच गया था. 2015 तक कंपनी ने कई बड़े अधिग्रहण किए और लगभग ₹600 करोड़ का राजस्व अर्जित किया. 2019 में मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर ने अपने आईपीओ के जरिए 1,200 करोड़ रुपये जुटाए. कंपनी का कारोबार लगातार बढ़ता रहा, और आईपीओ के बाद मेट्रोपोलिस ने नए क्षेत्रों में विस्तार किया.

ये भी पढ़ें – कपड़ा मिल में काम करने वाले ने बनाई ‘देसी कंपनी’, देती है TCS-इंफोसिस को चुनौती, कई देशों में कारोबार

2023 तक मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का वार्षिक राजस्व लगभग ₹1,500 करोड़ से अधिक हो चुका है. अमीरा शाह की दूरदर्शिता और नेतृत्व ने इसे देश के प्रमुख डायग्नोस्टिक सर्विस देने वाले नेटवर्क्स में से एक बना दिया है.

मेट्रोपोलिस ने समय-समय पर निवेशकों से पूंजी जुटाई और इसका उपयोग अधिग्रहण और विस्तार के लिए किया. Carlyle Group के निवेश के बाद कंपनी ने कई प्रमुख बाजारों में अपनी सेवाओं का विस्तार किया. इसके अलावा, अमीरा ने कंपनी की सेवाओं को डिजिटल बनाने और टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल करने पर भी जोर दिया.

अमीरा शाह के अवार्ड
अमीरा शाह को उनकी सफलता और नेतृत्व के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है. उन्हें Fortune India और Forbes Asia द्वारा भारत और एशिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में गिना गया है. उन्हें Ernst & Young ने “एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर” पुरस्कार से सम्मानित किया और उन्हें World Economic Forum के Young Global Leaders में भी चुना गया.

वे एक महिला होने के नाते नारी सशक्तिकरण का महत्व भी बखूबी समझती हैं. उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मंचों पर अपनी आवाज उठाई है. उनका मानना है कि महिलाओं को बिजनेस और लीडरशिप में अधिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए.

अमीरा शाह का परिवार
उनके पिता डॉ. सुशील शाह एक जाने-माने पैथोलॉजिस्ट हैं और उन्होंने ही 1980 में मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर की नींव रखी थी. अमीरा शाह के पति का नाम करण शाह है. करण भी एक बिजनेसमैन हैं. करण और अमीरा शाह की एक समान सोच और बिजनेस की समझ ने उन्हें पर्सनल और बिजनेस लाइफ को अच्छे से बैलेंस किया हुआ है. अमीरा शाह और करण शाह के दो बच्चे हैं.

Tags: Success Story, Successful business leaders, Successful businesswoman

Source link