अडानी ने मुंबई के एक कॉलेज में शिक्षक दिवस पर व्याख्यान दिया. उन्हें करीब 46 साल पहले इस कॉलेज ने एडमिशन देने से मना कर दिया था. अडानी ने कहा- सफल बनना है तो पहले क्षमता से परे जाने की सोचो.
नई दिल्ली. ‘सम्मान पैसों से नहीं खरीदा जा सकता’, हो सकता है आप में से कुछ लोग इस बात से इत्तेफाक न रखते हों, लेकिन आज की दुनिया में पैसा क्या नहीं कर सकता है. हालिया प्रसंग को पढ़कर आपकी धारणा भी बदल जाएगी. यह मामला जुड़ा है देश के जानेमाने उद्योगपति गौतम अडानी से. जिस कॉलेज ने कभी उन्हें दाखिला देने से मना कर दिया था, आज करीब साढ़े 4 दशक बाद उसी कॉलेज ने शिक्षक दिवस पर अडानी को व्याख्यान देने के लिए बुलाया और उनका सम्मान बढ़ाया. पूरा किस्सा जानकर आप भी कह उठेंगे, ‘पैसों से आखिर क्या नहीं हो सकता.’
दरअसल, मामला है साल 1970 के दशक का जब गौतम अडानी ने शिक्षा के लिए मुंबई के एक कॉलेज में आवेदन किया था, लेकिन कॉलेज ने उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने आगे की पढ़ाई नहीं की और कारोबार का रुख किया. अब करीब 46 साल बाद अडानी 220 अरब डॉलर का साम्राज्य खड़ा कर चुके हैं और उसी कॉलेज में उन्हें शिक्षक दिवस पर छात्रों को व्याख्यान देने के लिए बुलाया गया.
#WATCH | Mumbai: Adani Group Chairman, Gautam Adani says, “I was just 16 years old when I decided to break my first boundary. I had to do with my education and move to an unknown future in Mumbai. People still ask me why I moved to Mumbai and why I didn’t complete my education.… pic.twitter.com/Tq2c4tMl2C
— ANI (@ANI) September 5, 2024