Vandana Luthra Success Story: कहते हैं खुद पर भरोसा होना बहुत जरूरी है. सारी दुनिया बेशक यकीन न करे, मगर यदि आपको खुद पर भरोसा है तो आप कुछ भी कर सकते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है वंदना लूथरा की. वंदना की नेट वर्थ फिलहाल 1,300 करोड़ रुपये की है. उन्होंने 20,000 रुपये लगाकर एक कंपनी शुरू की, जिसे कुछ वर्षों बाद 2,500 करोड़ में बेच दी. हालांकि कंपनी में अब भी उनकी हिस्सेदारी है. यदि आप भी कामयाब होने का सपना देखते हैं तो वंदना लूथरा की यह कहानी जरूर जाननी चाहिए.
वंदना लूथरा की मां एक चेरिटेबल आयुर्वेदिक संस्था अमर ज्योति चलाती थीं, जिसका उद्देश्य कम आय वाले लोगों की मदद करना था. इस काम ने वंदना लूथरा के मन पर गहरा असर डाला था. वह भी लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाना चाहती थी. उन्हें दिखता था कि भारत के लोगों में न्यूट्रिशन और कॉस्मेटोलॉजी (Nutrition and Cosmetology) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. ऐसे में वे जर्मनी में इसी विषय के बारे में पढ़ने पहुंची.
ग्लैमर से हटकर आम लोगों तक पहुंचा वेलनेस
पढ़ाई पूरी करने के बाद वे जब भारत लौटीं तो केवल 20,000 रुपये लगाकर एक कंपनी शुरू की. इस तरह 1989 में वंदना लूथरा करल्स और करव्स (Vandana Luthra Curles and Curves) की नींव पड़ी. उन्होंने दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में पहला VLCC सेंटर खोला. यह सेंटर वजन घटाने के लिए साइटिंफिक तरीकों से डाइट और एक्सरसाइज प्रोग्राम देने का काम करता था. उस समय वेलनेस को केवल ग्लैमर से जोड़ा जाता था, लेकिन वंदना ने इसे क्लिनिकल बनाने की ठानी.
शुरुआत में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. 90 के दशक में एक महिला के लिए बिजनेस शुरू करना आसान नहीं था. उस समय किसी को भी नहीं लगता था कि वंदना का आइडिया सफल होगा. उनके साथ काम करने के लिए डॉक्टर भी तैयार नहीं हो रहे थे. कुछ समय पहले ही वंदना की शादी हुई थी और उन्हें एक महिला होने के चलते समाज के विरोध का सामना करना पड़ा. लेकिन वंदना को खुद पर भरोसा था. वे अपने काम में लगी रहीं.
जस्सी जैसा कोई नहीं… से भरी बड़ी उड़ान
2000 के दशक में VLCC ने 50 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया. जब अन्य कंपनियां 12,000 रुपये से वेलनेस पैकेज दे रही थीं, तभी VLCC में रजिस्ट्रेशन की फीस 20,000 रुपये प्रति कस्टमर थी, फिर भी उनके यहां भीड़ लगी रहती थी. 2005 में टेलीविजन शो “जस्सी जैसी कोई नहीं” की मुख्य किरदार जस्सी का मेकओवर VLCC ने किया, जिसने ब्रांड को एक नई पहचान दी.
2009 में शाइन से 14.4 करोड़ रुपये की फंडिंग के बाद वंदना की कंपनी का वैल्यूएशन 125 करोड़ रुपये हो गया. 2010 तक VLCC के 100 सेंटर हो चुके थे, और वंदना ने महिलाओं को ब्यूटी एंटरप्रेन्योर बनने के लिए ट्रेनिंग देना शुरू किया. इसके बाद उन्होंने मिडल ईस्ट, साउथ-ईस्ट एशिया और अफ्रीका में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया.
2023 तक VLCC के 311 सेंटर, 100 ट्रेनिंग संस्थान, और 144 शहरों में मौजूदगी थी. वंदना लूथरा द्वारा केवल 20 हजार रुपये लगाकर शुरू की गई कंपनी को PE फर्म कार्लायल ग्रुप (Carlyle Group) ने 2500 करोड़ में अधिग्रहित किया. आज, VLCC का रेवेन्यू 986.8 करोड़ रुपये है, और बाजार मूल्यांकन 4500 करोड़ रुपये आंका गया है. कंपनी हर साल 10,000 महिलाओं को ट्रेनिंग देती है, जिसमें 70% कर्मचारी महिलाएं हैं. अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के हिसाब से उनकी नेटवर्थ लगभग 1300 करोड़ रुपये की है.
अवार्ड्स की लगी है लाइन
2010 में वंदना लूथरा को एंटरप्राइज एशिया वीमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑफ द ईयर अवॉर्ड मिला. 2012 में उन्हें एशियन बिजनेस लीडर्स फोरम ट्रेलब्लेज़र अवॉर्ड और पावरब्रांड्स हॉल ऑफ फेम इंस्पिरेशनल लीडर अवॉर्ड से नवाजा गया. 2013 में वंदना को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया. 2016 में वंदना फोर्ब्स एशिया की 50 पावर बिजनेसवुमेन की सूची में शामिल हुईं. 2011-2017 के बीच, वह फॉर्च्यून इंडिया की 50 सबसे शक्तिशाली महिलाएं सूची में शामिल रहीं. 2018 में उन्हें फोर्ब्स की टॉप इंडियन लीडर्स इन द अरब वर्ल्ड सूची में स्थान मिला. 2015-2019 के बीच, VLCC को भारत की सबसे भरोसेमंद वेलनेस ब्रांड माना गया. 2020 में, वंदना फेमिना मैगज़ीन की “पावर वूमेन 2020” सूची में शामिल हुईं.
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FIRST PUBLISHED : December 24, 2024, 11:28 IST