गया के प्रियांशु का आइडिया हो गया हिट, बिहार सरकार ने दिया 10 लाख रुपए लोन

रिपोर्ट- कुंदन कुमार

गया: बिहार के छात्र का न्यू इनोवेशन राज्य सरकार को इतना पसंद आ गया कि स्टार्ट-अप पॉलिसी 2022 के तहत स्टार्टअप शुरु करने के लिए 10 लाख रुपये का ऋण दिया गया है. छात्र का नाम प्रियांशु रंजन है जो गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में पढाई कर रहें हैं. प्रियांशु मूल रुप से भागलपुर जिले के कहलगांव के रहने वाले हैं और स्टार्टअप पॉलिसी के तहत इन्होंने अपना आइडिया शेयर किया था. ऋण का पैसा दो किश्तों में प्रदान किया जाता है. पहली किश्त चार लाख रुपए और उसके बाद स्टार्टअप का अवलोकन कर दूसरी किश्त छह लाख रुपए की जारी की जाती है. इस ऋण को सीड फंड के रूप में प्रदान किया जाएगा, जिसमें किसी भी प्रकार की ब्याज दर लागू नहीं होगी.

छात्रों के स्टार्टअप का नाम सिटी मार्केट है जिसमें स्थानीय बाजार से सामग्रियों को कस्टमर को उसी दिन उपलब्ध करवाया जाएगा. इस स्टार्टअप के तहत प्रियांशु अपने दोस्त रोहित कुमार रौशन के साथ मिलकर एक ऐप को डेवलप करेंगे और ग्राहकों को 24 घंटे के अंदर जरुरत की साम्रगी उपलब्ध हो जाएगी. बताया जा रहा है बिहार में ऐसी कहीं भी सुविधा नहीं है कि 24 घंटे के अंदर कस्टमर को सामान उपलब्ध होगा. ऐप में लोकल दुकान को ऐड किया जाएगा और आर्डर के तुरंत बाद 1 घंटे से 24 घंटे के अंदर सामान डिलिवर हो जाएगा.

स्टार्टअप के बारें में लोकल 18 को जानकारी देते हुए छात्र प्रियांशु रंजन ने बताया कि ई-कॉमर्स के स्टार्टअप के लिए उनका चयन हुआ है. सरकार 10 लाख रुपये का ऋण देगी. स्टार्टअप का नाम सिटी मार्केट है और इसमें आसपास की सभी दुकानों को जोड़ा जाएगा. एक दिन के अंदर आप किसी भी प्रोडक्ट को मंगवा सकते हैं. उन्होंने बताया कि बीमार लोग या घरों में अकेली महिला हैं जो बाजार नहीं जा पा रहे हैं और उन्हें सामान की आवश्यकता है तो तुरंत इसके जरिए आर्डर कर सकते हैं. 1 घंटे से 24 घंटे के अंदर प्रोडक्ट की डिलिवरी हो जायेगी. यह स्टार्टअप लोकल मार्केट को प्रमोट करेगा और लोगों का समय भी बचाएगा.

प्रियांशु ने बताया इस तरह के स्टार्टअप शुरु करने का आइडिया कॉलेज में ही आया. चूंकि, वह भागलपुर जिले के हैं और गया उनके लिए बिल्कुल नई जगह थी. यहां पर जरुरत का सामान खरीदने के लिए काफी दिक्कतें हो रही थी. बाजार का रेट पता नहीं था तो कई जगह पर अधिक पैसे देने पड़े. जिसके बाद आइडिया आया क्यों न कुछ ऐसा किया जाए जिससे सभी लोगों को इससे फायदा हो और लोगों का समय भी बचे. इसलिए अपने दोस्त रोहित कुमार रोशन के साथ इस स्टार्टअप को आगे करने जा रहे हैं.

दोस्त रोहित कुमार रौशन ने बताया कि स्टार्टअप में उनका काम एप्लिकेशन मैनेजमेंट का है और हर काम उन्होंने प्रियांशु के साथ मिलकर किया है. वह आगे भी उन्हीं के साथ मिलकर काम करने वाले हैं और 6-12 महीने के अंदर यह स्टार्टअप बिहार में शुरु हो जाएगा. इसकी शुरुआत एक जिले से होगी और धीरे-धीरे पूरे बिहार में इसे लागू किया जाएगा.

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