रांची. झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली बिजॉयता की कलाकारी देखकर आप तारीफ करते नहीं थकेंगे. अपने घर पर स्वेटर बनाने वाले फैब्रिक को देखकर उनको ऐसा आइडिया आया कि आज सरकार तक इनके प्रोडक्ट की फैन है. सरकार की ओर से इनको ऑर्डर मिलते हैं. दरअसल, यह इको फ्रेंडली डेकोरेटिव आइटम बनाती हैं, वो भी ऊन से.
बिजॉयता ने बताया, पहले मैं जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी में करती थी. इस काम को छोड़कर मैंने खुद का कुछ करने की सोची. मम्मी को शुरू से स्वेटर बनाते हुए देखा है तो सोचा कि ऊन से क्यों न कुछ बनाया जाए. ऐसे में घर को सजाने के लिए जो हम प्लास्टिक के मटेरियल लाते हैं मैंने सोचा क्यों न फूल-झालर छोटे डेकोरेटिव आइटम ऊन से बनाएं.
इको फ्रेंडली आइटम
बिजॉयता बताती हैं, मेरी कोशिश रहती है कि मैं ऐसी चीज बनाऊं जो पर्यावरण को भी शुद्ध करे, ना कि दूषित करे. ऐसे में ऊन का आइटम बनाने का फायदा है कि आप जितने भी डेकोरेटिव आइटम्स घर ले आइए, यह इको फ्रेंडली रहेगा और सालों साल चलेगा. कभी खराब नहीं होने वाला है. मान लीजिए आपका सनफ्लावर या फिर रोज फूल गंदा हो गया है तो इसे धो लीजिए, ये फिर से चकाचक हो जाएगा.
कस्टमाइज भी करते हैं
हमारे पास झालर से लेकर छोटे-छोटे डेकोरेटिव आइटम जैसे हाथी, फ्लावर्स, खूबसूरत पेड़ मिलेंगे. लोग अपने तरीके से कस्टमाइज भी करवाते हैं और हम कर देते हैं. वहीं, कीमत की बात करें तो ₹100 से एक फ्लावर की कीमत शुरू हो जाती है. अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को खूबसूरत संदेश इसमें लिखकर भी देते हैं.
सरकार से भी मिलते हैं ऑर्डर
उन्होंने बताया, मुझे से सरकार से भी ऑर्डर मिलते हैं. लेकिन, शुरुआत में इतना आसान नहीं था. घर पर जब बनाया तो यह नहीं समझ आया कि मार्केटिंग कैसे करूं. मैंने इंस्टाग्राम पर पेज बनाया और वहां से ऐड करना शुरू किया. फिर व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और लोगों को जोड़ा तब जाकर मुझे ऑर्डर आने लगे. अब 2 साल हो चुका है. अच्छे खासे ऑर्डर आते हैं और महीने में आराम से 40 से 50 हज़ार तक की कमाई हो जाती है.
संघर्ष भी कम नहीं था
उन्होंने बताया, संघर्ष भी कम नहीं था. कई बार बहुत ऑर्डर रहता तो रातभर काम करती थी. मेरे पास कोई सपोर्ट भी नहीं था. हस्बैंड कोल इंडिया में काम करते हैं. ऐसे में घर संभालना, काम करना, मेरे लिए चुनौती थी. कई बार तो रात के तीन-तीन बजे तक भी काम किया है. यह मेहनत और लगन का ही कमाल है कि आज घर बैठे ऑर्डर आते हैं. आसपास के राज्य छत्तीसगढ़ व बिहार से भी ऑर्डर आते हैं.
FIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 19:06 IST