नई दिल्ली. अगर मुश्किलों का डटकर मुकाबला किया जाए तो बड़ी से बड़ी सफलता भी आसानी से हासिल की जा सकती है. देश में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने गरीबी से निकलकर आज बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. एक जमाने में मात्र 100 रुपये लेकर मायानगरी मुंबई आए सुभाष रुनवाल (Subhash Runwal) की सफलता की कहानी फिल्म की कहानी से कम नहीं है. वह आज देश के बड़े बिल्डरों में शुमार हैं.
बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान के अरबपति पड़ोसी सुभाष रुनवाल 1964 में केवल 100 रुपये के साथ महाराष्ट्र के एक छोटे से शहर धूलिया से मुंबई आए थे. वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनना चाहते थे. वह मुंबई में एक कमरे के घर में रहते थे. वह सीए भी बने.
अर्न्स्ट एंड अर्न्स्ट से नौकरी की शुरुआत
उन्होंने अमेरिका की अर्न्स्ट एंड अर्न्स्ट (Ernst & Ernst) में 1967 में नौकरी की शुरुआत की. हालांकि वहां की लाइफ स्टाइल पसंद नहीं आने के चलते कुछ समय बाद ही वे भारत लौट आए. भारत आकर रुनवाल ने एक केमिकल कंपनी में नौकरी की.
1978 में रियल एस्टेट सेक्टर में एंट्री
रुनवाल ने 1978 में रियल एस्टेट सेक्टर में कदम रखा. ठाणे में 10,000 वर्ग फीट की हाउसिंग सोसाइटी उनका पहला प्रोजेक्ट था. रुनवाल का पहला बड़ा प्रोजेक्ट रुनवाल नगर था जिसमें 16 टावर थे. जब उनके बेटे भी रुनवाल ग्रुप में शामिल हुए और उन्होंने मुलुंड में आर-मॉल, घाटकोपर में आर-सिटी मॉल जैसे कई निर्माण किए.
1.4 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक
फोर्ब्स के मुताबिक, एक सफल करियर के साथ, उन्होंने अब दिसंबर 2023 तक 1.4 अरब डॉलर (लगभग 11,560 करोड़ रुपये) की संपत्ति अर्जित कर ली है. वह भारत के सबसे अमीर रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक हैं. कभी छोटे से गांव में जन्मे सुभाष रुनवाल का आलीशान घर बांद्रा में समुद्र के किनारे है.
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FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 22:10 IST