निर्मित पारेख ने ऐपल की नौकरी छोड़ कैसे खड़ी की 9000 करोड़ की कंपनी?

हाइलाइट्स

निर्मित पारेख ने 7 साल की उम्र में उन्होंने एक डिजिटल घड़ी बनाई.13 साल की उम्र में रोबोटिक्स प्रोग्रामिंग में महारत हासिल कर ली.निर्मित ने गुजरात के निरमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.टेक किया.

नई दिल्‍ली. यूनिकॉर्न ‘अपना’ (APNA) फाउंडर और सीईओ निर्मित पारेख इस बात का जीता-जागता सबूत है कि सफलता सिर्फ उन लोगों को मिलती है, जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए जोखिम उठाते हैं. आज उनका सफर न केवल भारत के स्टार्टअप जगत में एक मिसाल है, बल्कि युवा उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा भी है. एक साधारण परिवार में जन्‍में निर्मित ने अपने टैलेंट, मेहनत और दूरदृष्टि से आज 9000 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर दी है. मेहनत के साथ ही उन्‍होंने जोखिम भी उठाया. निर्मित ने आईफोन बनाने वाली कंपनी ऐपल की नौकरी छोड़ अपना स्‍टार्टअप शुरू किया था. उस वक्‍त बहुत से लोगों को उनका यह कदम ‘आत्‍मघाती’ लगा, लेकिन उन्‍होंने अपने हौसले और मेहनत से सबको गलत साबित कर दिया.

मुंबई के एक साधारण परिवार में जन्मे निर्मित को बचपन से ही टेक्नोलॉजी में गहरी रुचि थी. 7 साल की उम्र में उन्होंने एक डिजिटल घड़ी बनाई और 13 साल की उम्र में रोबोटिक्स प्रोग्रामिंग में महारत हासिल कर ली. निर्मित ने गुजरात के निरमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.टेक किया. 21 साल की उम्र से पहले ही उन्होंने बाढ़ प्रबंधन के समाधान तैयार करने वाली कंपनी ‘इनकोन टेक्नोलोजीस’ की शुरुआत की. हालांकि, यह कंपनी ज्यादा सफल नहीं हो पाई और बंद हो गई.

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इंटेल को बेचा अपना स्‍टार्टअप
इनकोन बंद होने के बाद निर्मित ने Cruxbox नाम से एक और कंपनी शुरू की. यह ठीक-ठाक चली तो निर्मित ने इसे Intel को बेच दिया. फिर इंटेल में डेटा एनालिटिक्स के डायरेक्टर के रूप काम किया. इस दौरान उन्होंने स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया. एमबीए करने के बाद पारेख ऐपल के साथ जुड़ गए.

22 महीनों में ही बना यूनिकॉर्न
निर्मित ने ब्लू-कॉलर वर्कर्स और नियोक्ताओं के बीच की खाई को पाटने के लिए ‘अपना’ प्‍लेटफॉर्म लॉन्च किया. यह प्लेटफॉर्म कोरोना महामारी से ठीक पहले शुरू हुआ और मात्र 22 महीनों में यह भारत का सबसे युवा यूनिकॉर्न बन गया. आज Apna की वैल्यू 9,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. इस प्लेटफॉर्म पर 1,50,000 से ज्यादा कंपनियां पंजीकृत हैं, जिनमें अनअकैडमी, फ्लिपकार्ट, जोमैटो, बिगबास्केट जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं.

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