Airport News: चेन्नई एयरपोर्ट पर तस्करों का जाल कितना मजबूत है, इसकी बानगी समय के साथ सामने आना शुरू हो गई है. पहले ड्यूटी फ्री एरिया में दुकान चलाने वाले दुकानदार और अब ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन में काम करने वाले इंटेलिजेंस ब्यूरो के तमाम अधिकारियों का चेहरा खुलकर सामने आ गया है. ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के कई अधिकारी अभी भी जांच के दायरे में हैं. वहीं, बीते दिनों हुए इन खुलासों के बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ और कस्टम विभाग की इंटेलिजेंस विंग एयरपोर्ट सक्रिय हो गई है.
आलम यह है कि इन दोनों एजेंसीज की जांच ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रहे रही है, एयरपोर्ट पर कार्यरत हर एजेंसी का लगभग हर कर्मचारी शक के दायरे में आता जा रहा है. दोनों एजेंसीज के लिए यह समझना बेहद मुश्किल होता जा रहा है कि किस पर भरोसा करें और किस पर भरोसा न करें. इतना ही नहीं, तमाम एजेंसीज को इस बात का डर भी सता रहा है कि कहीं उनका कोई कर्मचारी की मिलीभगत सोना तस्करों से न निकल आए. इसी बीच, इंटरनेशनल ट्रांजिट एरिया में पनप रहे तस्करों के सिंडीकेट ने सीआईएसएफ और कस्टम की परेशानी बढ़ा दी है.
2500 कैमरों की जद में आएगा इंटरनेशनल ट्रांजिट एरिया
एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, चेन्नई एयरपोर्ट पर फैले सोना तस्करों के सिंडीकेट को तोड़ने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. जिसके तहत, एयरपोर्ट ऑपरेटर से इंटरनेशनल ट्रांजिट एरिया को पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरों की जद में लाने के लिए कहा गया है. जल्द ही 2500 कैमरों की मदद से इंटरनेशनल ट्रांजिट एरिया पर निगाह रखी जा कसेगी. इसके अलावा, निगरानी बढ़ाने के लिए एयरपोर्ट सिक्योरिटी कंट्रोल रूम में सीआईएसएफ की सीआईडब्ल्यू विंग के अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती भी की गई है.
शक के दायरे में आए ड्यूटी फ्री एरिया के ये शॉप कीपर्स
उन्होंने बताया कि इन अधिकारियों को सिर्फ और सिर्फ उन इलाकों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है, जहां पर सोना तस्कर एयरपोर्ट स्टाफ को सोना सौंपने की संभावना अधिक है. इसके अलावा, एयरपोर्ट पर मौजूद वह सभी शॉपकीपर्स भी शक के दायरे में हैं, जिनका कूडा एयरपोर्ट से बाहर भेजा जाता है. दरअसल, आशंका यह भी जताई जा रही है कि इस कूडे के साथ तस्करी के जरिए लाया गया सोना एयरपोर्ट से बाहर भेजा सकता है. इसके अलावा, सीआईएसएफ की यह भी कोशिश है कि एयरपोर्ट पर कार्यरत उन सभी कर्मचारियों की पहचान की जाए, जो ड्यूटी आवर्स के बाद भी टर्मिनल में घूमते हुए नजर आते हैं.
जल्द एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर भी होगी तलाशी!
सोना तस्करों के साथ एयरपोर्ट स्टाफ की मिलीभगत के कई मामले सामने आने के बाद सीआईएसएफ इस कोशिश में भी है कि एयरपोर्ट पर कार्यरत कर्मचारियों की आवाजाही के लिए एक ही गेट हो. टर्मिनल में प्रवेश करते समय या बाहर निकलते समय हर सभी एयरपोर्ट स्टाफ की सुरक्षा जांच की जाए. हालांकि, इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सीआईएसएफ को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटीज (बीसीएएस) सहित अन्य संबंधित एजेंसियों की सहमति लेनी होगी. सूत्रों के अनुसार, जल्द ही यह प्रस्ताव सीआईएसएफ की तरफ से संबंधित एजेंसियों को भेजा जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 06:26 IST