सूरज ने अपने दादा और अपने चाचा से गाना सीखा, दोनों ही गांव में भजन कीर्तन किया करते थे. सूरज ने कहीं भी क्लासिकल म्यूजिक ट्रेनिंग नहीं ली. खुद से ही उसने अपना गाना जारी रखा. धीरे-धीरे वह इस क्षेत्र में आगे बढ़ता चला गया.
Source link
सूरज ने अपने दादा और अपने चाचा से गाना सीखा, दोनों ही गांव में भजन कीर्तन किया करते थे. सूरज ने कहीं भी क्लासिकल म्यूजिक ट्रेनिंग नहीं ली. खुद से ही उसने अपना गाना जारी रखा. धीरे-धीरे वह इस क्षेत्र में आगे बढ़ता चला गया.
Source link