टीवी देखना होगा सस्ता? 15 नहीं 45 परसेंट तक मिलेगा डिस्काउंट, ट्राई ने की सिफारिश

नई दिल्ली. टेलीकॉम रेग्युलेटर ट्राई (TRAI) ने कहा है कि ब्रॉडकास्टिंग और केबल सर्विस को संचालित करने वाले नियमों में सुधार की सिफारिश की है. ट्राई ने 2 मुख्य सुझाव दिए हैं जिससे ग्राहकों को आर्थिक रूप से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. रेग्युलेटर का सुझाव है कि सेट-टॉप बॉक्स को इंटरऑपरेबल बनाया जाए. इसका मतलब है कि एक ही सेट-टॉप का इस्तेमाल अलग-अलग केबल सर्विस प्रोवाइडर द्वारा किया जा सकेगा.

इससे लोगों को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर स्विच करने में आसानी होगी. एक अन्य सुझाव के तहत ट्राई ने नेटवर्क कैपिसिटी फी को हटा दिया है. इसके बाद सर्विस प्रोवाइडर्स से अपील की है कि वे नेटवर्क कैपिसिटी फीस की ऐवज में ली जाने वाली रकम को कम कर दें.

नेटवर्क कैपिसिटी फीस (एनसीएफ) के तहत 200 चैनलों के लिए 130 रुपये और 200 से ज्यादा चैनलों के लिए 160 रुपये लिये जाते थे. इसी कैप को ट्राई ने हटा दिया है. सेट बॉक्स प्रोवाइडर अब अपनी मर्जी से एनसीएफ लागू कर सकते हैं लेकिन उन्हें कंज्यूमर को इसके बारे में जानकारी देनी होगी.

भर-भर के डिस्काउंट
अब सर्विस प्रोवाइडर्स चैनल के बंडल्स पर 45 फीसदी तक डिस्काउंट दे सकेंगे. यह लिमिट पहले केवल 15 फीसदी तक थी. पब्लिक सर्विस ब्रॉडकास्टर के डीटीएच प्लेटफॉर्म पर मौजूद चैनलों को फ्री टू एयर घोषित किया जाएगा. कैरिज फीस रिजीम को सरल बनाया जाएगा. इससे कैरिज फीस कम करने में मदद मिलेगी. कैरिज फीस वह चार्ज होता है जो ब्रॉडकास्टर द्वारा डिस्ट्रिब्यूटिंग चैनल्स को दिया जाता है.

FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 16:06 IST

Source link