खाते में बड़ी रकम जमा तो हुई पर निकासी छोटी-छोटी की गई है. करंट खाते में 90 फीसदी लेन-देन यूपीआई के माध्यम से हुआ है. खाताधारक से पुलिस पूछताछ कर रही है.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के बिलारी में खुले एक करंट बैंक खाते खटाखट ऐसे लेन-देन हुआ कि बैंक कर्मचारियों के साथ ही पुलिस की आंखें भी फटी रह गईं. 22 जून, 2024 को खुले इस खाते में 18 दिन में ही करीब पौने चार लाख बार लेन-देन हुआ. यानी या तो अकाउंट में पैसे जमा किए गए या निकाले गए. ट्रांसजेक्शन की कुल मूल्य 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है. अकाउंट में इस तरह धड़ाधड़ हो रहे लेनदेन बैंक मुख्यालय की नजर में आ गया. फिलहाल खाते को फ्रीज कर दिया गया है. खाताधारक से पुलिस पूछताछ कर रही है.
यह खाता बिलारी में जींस की दुकान करने वाले एक युवक ने खुलवाया था. खाता खुलते ही इसमें लेन-देन शुरू हो गया. 90 फीसदी लेन-देन यूपीआई से हुआ है. खाते में बड़ी रकम जमा तो हुई है, लेकिन निकासी एक हजार से पांच हजार रुपये के बीच ही हुई है. पैसे ट्रांसफर यूपीआई के माध्यम से ही किए गए हैं. पुलिस का कहना है कि अभी तक फर्जीवाड़े की कोई शिकायत नहीं आई है.
ऐसे आया पकड़ में
खाता खुलने के बाद ज्यादा लेनदेन होने पर यह खाता एसबीआई मुख्यालय और साइबर सेल के रडार पर आ गया. बैंक शाखा प्रबंधक शुभम कश्यप ने मीडिया को बताया कि बैंक मुख्यालय ने खाता संचालन की प्रक्रिया को संदिग्ध माना है और मेल भेजकर खाते की जांच करने के निर्देश दिए थे. शुक्रवार का खाताधारक को बैंक बुलाया गया. उससे पूछताछ में इतनी बड़ी रकम के लेनदेन के बारे में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला. इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया.
रिश्तेदार का है गुजरात में कपड़े का कारोबार
पुलिस पूछताछ में खाताधारक ने बताया कि उसके रिश्तेदार का गुजरात में कपड़े का बड़ा कारोबार है. उसी रिश्तेदार ने उससे यूपीआई आईडी ली थी और उसने ही लेनदेन किया है. लेकिन, पुलिस के यह बात गले नहीं उतर रही कि एक आदमी केवल 18 दिन में ही पौने चार लाख लेन-देन कर सकता है. इसलिए बैंक और पुलिस, दोनों ही जांच में जुटे हैं.
कहीं साइबर अपराधियों ने कमीशन पर तो नहीं लिया था खाता
साइबर अपराधी लोगों के बैंक खातों से उड़ाई रकम को इधर-उधर करने के लिए कमीशन का लालच देकर लोगों के खाते इस्तेमाल करते हैं. खाताधारक खाता खुलवाकर सारी डिटेल अपराधियों को सौंप देते हैं. ट्रांजेक्शन पर उन्हें पांच से दस फीसदी तक कमीशन भी मिलता है. बिलारी के मामले में भी खाताधारक ने स्वीकार किया है कि उसके खाते को रिश्तेदार भी चला रहा है. इससे अब पुलिस साइबर अपराधियों द्वारा इस खाते के इस्तेमाल के एंगल से भी मामले की जांच कर रही है.
करंट खाते पर नहीं होती लेन-देन की सीमा
व्यापारिक उद्देश्य से करंट अकाउंट खुलवाया जाता है. इस खाता में अन्य खाते में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा सुविधा मिलती है. चालू खाता में अकाउंट में एक न्यूनतम बैलेंस रखना होता है. व्यावायिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल होने के कारण इसमें प्रतिदिन कितने भी लेन-देन किए जा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 17:29 IST